मॉब लिचिंग पर रांची में बवाल, दो पर चाकू से हमला; घायलों से मिलने मेडिका पहुंचे मंत्री-सांसद
मॉब लिंचिंग के नाम पर शुक्रवार को रांची का माहौल बिगाड़ने की साजिश की गई। शुक्रवार रात मेन रोड में जमकर बवाल हुआ। राहगीरों को पीटा गया। वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
रांची, जासं। रांची के डोरंडा स्थित उर्स मैदान में मॉब लिंचिंग के खिलाफ आयोजित मुस्लिम संगठनों की जनाक्रोश सभा के बाद शहर में हुए बवाल में घायल दो युवकों को रांची स्थित मेडिका में एडमिट कराया गया है। दोनों इंद्रपुरी, रातू रोड के निवासी हैं। दोनों को देखने के लिए शनिवार को नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सांसद संजय सेठ देखने पहुंचे हैं। बवाल के दौरान चंदन उर्फ विवेक श्रीवास्तव को पेट और सीने में चाकू मारा गया। जबकि दूसरे युवक दीपक को भी काफी पीटा गया।
विवेक के भाई ने बताया कि अस्पताल ने एक लाख रुपया जमा करने के लिए बोला। उसने कहा कि मेरे पास 10 हजार भी नहीं हैं। तभी सदर डीएसपी ने बताया कि अस्पताल से बात हुआ है। इलाज प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। कोई दिक्कत नहीं है। अभी विवेक का ऑपरेशन होने वाला है।
मेडिका में घायल के परिजनों से बात करते सांसद संजय सेठ।
मेडिका में भर्ती घायल का हालचाल लेते मंत्री सीपी सिंह।
बता दें कि शुक्रवार को शहर में चार घंटे के भीतर दो स्थानों पर बवाल हुआ। रांची के राजेंद्र चौक और मेन रोड में एकरा मस्जिद के पास अलग-अलग समय में हुए बवाल में उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई, जबकि कई लोगों के साथ मारपीट भी हुई। दोनों ही मौकों पर पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद बारी-बारी से स्थिति पर नियंत्रण पाया। घटना के बाद पूरे शहर में एहतियातन पुलिस बल की तैनाती कर दी गई।
ज्ञात हो कि सरायकेला के धातकीडीह में चोरी के आरोप में पिटाई के बाद हिरासत में तबरेज अंसारी नाम के युवक की मौत के बाद इस घटना को मॉब लिंचिंग बताते हुए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। मामले पर जहां राजनीति भी तेज हो गई है, वहीं भावनाएं भड़काकर कुछ लोग माहौल भी बिगाड़ रहे हैं। बवाल की पहली घटना शाम लगभग पांच बजे राजेंद्र चौक पर हुई, जहां जनाक्रोश सभा से लौट रही भीड़ ने कुछ बस यात्रियों की टिप्पणी के बाद जमकर उत्पात मचाया। भीड़ ने यहां पथराव कर कई बसों और कारों के शीशे तोड़ डाले, जबकि एक बाइक और ई-रिक्शा में भी तोडफ़ोड़ की गई।
तोडफ़ोड़ के बीच राजेंद्र चौक पर काफी देर तक अफरातफरी रही। हालांकि तुरंत पुलिस ने उत्पात कर रहे बदमाशों को वहां से खदेड़ा। इसके बाद तोडफ़ोड़ की शिकार हुई बस व अन्य वाहनों को भेजा गया। घटना के बाद पूरा मेन रोड पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। उधर, जनाक्रोश सभा से ही निकलकर एयरपोर्ट के पीछे स्थित एयरपोर्ट ग्राउंड गए तीन युवकों की 20-25 युवकों ने पिटाई कर दी।
घायलों में एक युवक सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अकीलुर्रहमान का पुत्र अरीब अहमद भी शामिल था। इस घटना के विरोध में रात लगभग 10 बजे मेन रोड में एकरा मस्जिद के पास मुस्लिम संगठनों ने जमकर बवाल किया। यहां भी भीड़ ने कई वाहनों में तोडफ़ोड़ की और घटना का वीडियो बना रहे दो युवकों की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने यहां भी चुस्ती के साथ स्थिति को बिगडऩे से संभाल लिया।
प्रशासन ने जनाक्रोश सभा के आयोजकों पर दर्ज कराई एफआइआर
इधर, प्रशासन की ओर से जनाक्रोश सभा के आयोजकों पर डोरंडा थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। आयोजकों में एजाज गद्दी, मौलाना ओबेदुल्लाह कासमी, शमशेर आलम सहित अन्य को नामजद आरोपित बनाया गया है। कहा गया है कि बेवजह जनसभा का आयोजन कर शहर के माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की गई, जबकि सुबह के समय उर्स मैदान में आयोजकों को लाउडस्पीकर लगाने से भी मना किया गया था।
जुलूस की शक्ल में सभा में पहुंचे, लौटे भी उसी तरह
बिना एसडीओ की अनुमति के ही जनाक्रोश सभा में शामिल होने मुस्लिम संगठनों के लोग दिन में निकल रहे थे। अलग-अलग कोने से लोग निकलकर सभा में पहुंचते रहे। सभा में शामिल होने के बाद वापस भी जुलूस की शक्ल में हुए, जबकि प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं ली गई थी।
ऐसे भीड़ हुई उग्र
बताया जाता है कि रांची के डोरंडा स्थित उर्स मैदान में सभा के समापन के बाद भीड़ अलग-अलग टुकडिय़ों में रैली की शक्ल में नारेबाजी करते हुए लौट रही थी। इसी बीच वहां से गुजर रही जमशेदपुर जानेवाली राहुल बस में बैठे कुछ लोगों ने कमेंट किया। इसके बाद भीड़ में शामिल बदमाशों ने बस पर पथराव शुरू कर दिया। कुछ ने लाठी डंडों से बस के शीशे तोड़ डाले।
पथराव के दौरान वहां लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ बस की फर्श पर लेटकर और झुककर खुद को बचा रहे थे। तबतक भीड़ में शामिल लोगों ने बस के पीछे खड़ी दो कारों के भी शीशे तोड़ डाले और बाइक सवार की पिटाई कर दी। वहां बदमाशों ने एक ई-रिक्शा भी पलट दिया। भीड़ का उग्र रूप देखकर लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
विवेक के भाई ने बताया कि अस्पताल ने एक लाख रुपया जमा करने के लिए बोला। उसने कहा कि मेरे पास 10 हजार भी नहीं हैं। तभी सदर डीएसपी ने बताया कि अस्पताल से बात हुआ है। इलाज प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। कोई दिक्कत नहीं है। अभी विवेक का ऑपरेशन होने वाला है।
मेडिका में घायल के परिजनों से बात करते सांसद संजय सेठ।
मेडिका में भर्ती घायल का हालचाल लेते मंत्री सीपी सिंह।
बता दें कि शुक्रवार को शहर में चार घंटे के भीतर दो स्थानों पर बवाल हुआ। रांची के राजेंद्र चौक और मेन रोड में एकरा मस्जिद के पास अलग-अलग समय में हुए बवाल में उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई, जबकि कई लोगों के साथ मारपीट भी हुई। दोनों ही मौकों पर पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद बारी-बारी से स्थिति पर नियंत्रण पाया। घटना के बाद पूरे शहर में एहतियातन पुलिस बल की तैनाती कर दी गई।
ज्ञात हो कि सरायकेला के धातकीडीह में चोरी के आरोप में पिटाई के बाद हिरासत में तबरेज अंसारी नाम के युवक की मौत के बाद इस घटना को मॉब लिंचिंग बताते हुए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। मामले पर जहां राजनीति भी तेज हो गई है, वहीं भावनाएं भड़काकर कुछ लोग माहौल भी बिगाड़ रहे हैं। बवाल की पहली घटना शाम लगभग पांच बजे राजेंद्र चौक पर हुई, जहां जनाक्रोश सभा से लौट रही भीड़ ने कुछ बस यात्रियों की टिप्पणी के बाद जमकर उत्पात मचाया। भीड़ ने यहां पथराव कर कई बसों और कारों के शीशे तोड़ डाले, जबकि एक बाइक और ई-रिक्शा में भी तोडफ़ोड़ की गई।
तोडफ़ोड़ के बीच राजेंद्र चौक पर काफी देर तक अफरातफरी रही। हालांकि तुरंत पुलिस ने उत्पात कर रहे बदमाशों को वहां से खदेड़ा। इसके बाद तोडफ़ोड़ की शिकार हुई बस व अन्य वाहनों को भेजा गया। घटना के बाद पूरा मेन रोड पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। उधर, जनाक्रोश सभा से ही निकलकर एयरपोर्ट के पीछे स्थित एयरपोर्ट ग्राउंड गए तीन युवकों की 20-25 युवकों ने पिटाई कर दी।
घायलों में एक युवक सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अकीलुर्रहमान का पुत्र अरीब अहमद भी शामिल था। इस घटना के विरोध में रात लगभग 10 बजे मेन रोड में एकरा मस्जिद के पास मुस्लिम संगठनों ने जमकर बवाल किया। यहां भी भीड़ ने कई वाहनों में तोडफ़ोड़ की और घटना का वीडियो बना रहे दो युवकों की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने यहां भी चुस्ती के साथ स्थिति को बिगडऩे से संभाल लिया।
प्रशासन ने जनाक्रोश सभा के आयोजकों पर दर्ज कराई एफआइआर
इधर, प्रशासन की ओर से जनाक्रोश सभा के आयोजकों पर डोरंडा थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। आयोजकों में एजाज गद्दी, मौलाना ओबेदुल्लाह कासमी, शमशेर आलम सहित अन्य को नामजद आरोपित बनाया गया है। कहा गया है कि बेवजह जनसभा का आयोजन कर शहर के माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की गई, जबकि सुबह के समय उर्स मैदान में आयोजकों को लाउडस्पीकर लगाने से भी मना किया गया था।
जुलूस की शक्ल में सभा में पहुंचे, लौटे भी उसी तरह
बिना एसडीओ की अनुमति के ही जनाक्रोश सभा में शामिल होने मुस्लिम संगठनों के लोग दिन में निकल रहे थे। अलग-अलग कोने से लोग निकलकर सभा में पहुंचते रहे। सभा में शामिल होने के बाद वापस भी जुलूस की शक्ल में हुए, जबकि प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं ली गई थी।
ऐसे भीड़ हुई उग्र
बताया जाता है कि रांची के डोरंडा स्थित उर्स मैदान में सभा के समापन के बाद भीड़ अलग-अलग टुकडिय़ों में रैली की शक्ल में नारेबाजी करते हुए लौट रही थी। इसी बीच वहां से गुजर रही जमशेदपुर जानेवाली राहुल बस में बैठे कुछ लोगों ने कमेंट किया। इसके बाद भीड़ में शामिल बदमाशों ने बस पर पथराव शुरू कर दिया। कुछ ने लाठी डंडों से बस के शीशे तोड़ डाले।
पथराव के दौरान वहां लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ बस की फर्श पर लेटकर और झुककर खुद को बचा रहे थे। तबतक भीड़ में शामिल लोगों ने बस के पीछे खड़ी दो कारों के भी शीशे तोड़ डाले और बाइक सवार की पिटाई कर दी। वहां बदमाशों ने एक ई-रिक्शा भी पलट दिया। भीड़ का उग्र रूप देखकर लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।