जानें कितने दिनों के बाद... रिम्‍स में खिड़की पर नजर आए लालू, चहेतों काे किया दुआ-सलाम

चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद से मिलने शनिवार को उनके बेटी-दामाद और उनके समधी पहुंचे। लालू ने अपने नाती के साथ समय गुजारा।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 13 Jul 2019 05:57 AM (IST) Updated:Sat, 13 Jul 2019 09:56 PM (IST)
जानें कितने दिनों के बाद... रिम्‍स में खिड़की पर नजर आए लालू, चहेतों काे किया दुआ-सलाम
जानें कितने दिनों के बाद... रिम्‍स में खिड़की पर नजर आए लालू, चहेतों काे किया दुआ-सलाम

रांची, राज्य ब्यूरो। रिम्‍स के पेईंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद शनिवार को अपने सेवक इरफान के साथ टहलते दिखाई दिए। शनिवार को लालू से मिलने का दिन होता है, इसी को देखते हुए लालू पेइंग वार्ड के बाहर राजद कार्यकर्ताओं और मीडियाकर्मियों का जमावड़ा देखने के लिए अपने फ्लोर की खिड़की तक आ पहुंचे। इधर, खिड़की पर लालू प्रसाद को देख मीडियाकर्मियों ने उनकी फोटो लेने की कोशिश की। यह देख लालू मीडियाकर्मियों को फोटो खींचने के लिए मना करने लगे। लालू ने उन्‍हें अपने अंदाज में हाथ हिलाते हुए कहा कि फोटो नई लो बबुआ। लेकिन मीडियाकर्मी नहीं माने। यह देखकर लालू ने धेत बुड़बक कहकर खिड़की बंद कर दी।

दूसरी ओर, लालू से मिलने के लिए शनिवार को उनके समधी जितेंद्र यादव, उनकी बेटी धन्नो, दामाद चिरंजीवी और दो नातिन पहुंचे। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और तेजस्‍वी यादव के भी लालू से मिलने की सूचना थी, लेकिन उनकी लालू से मुलाकात नहीं हो पाई।

लालू प्रसाद से मिलने पहुंची उनकी बेटी धन्नो, दामाद चिरंजीवी और लालू की दो नातिन।
लालू से मिलकर बाहर आई उनकी बेटी धन्नो ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिताजी से मिलकर अच्छा लगा। यहां उनसे पहली बार मिलने के लिए आई थी। लालू की बेटी ने बताया कि लालू जी ने सबका ध्यान रखने के लिए बोला है। नाती से मिलकर वे बड़े खुश हुए।
लालू के समधी जितेंद्र यादव ने कहा कि वे कई गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं। जिस तरह से उनका शूगर बढ़ा हुआ है, उसमें उन्हें तीन बार इंसुलिन लेना पड़ रहा है। इलाज तो चल रहा है। लेकिन कंट्रोल नहीं हो पा रहा है। इस उम्र में वे जितनी गंभीर बीमारियों से पीडि़त हैं, सरकार के अंदर मानवता नाम की चीज नहीं है। हम परिवार वाले यही चाहते हैं कि प्रदेश की सरकार को देखना चाहिए कि लालू कितनी गंभीर बीमारियों से पीडि़त हैं। मानवता के नाम पर कुछ न कुछ होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तनाव की जिंदगी जी रहे लालू नाती से मिलकर बहुत प्रसन्न हुए। काफी देर तक बच्चों के साथ खेले। हमें अच्छा लगा कि बच्ची को देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान आई। हमें विश्वास है कि जल्द ही न्यायालय न्याय करेगी और उन्हें यहां से छुटकारा मिलेगा। अभी जो न्याय प्रक्रिया है, उसमें उन्हें अब तक सारे मामलों में जमानत मिल जाना चाहिए था। उम्मीद है कि वे जल्द ही परिवार वालों के बीच होंगे।

लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे उनके समधी जितेंद्र यादव।

रिम्‍स में अपने वार्ड की खिड़की पर लालू प्रसाद।
लालू की तबीयत ठीक, नॉनवेज खाने पर लगी है रोक
लालू प्रसाद के डॉक्टर डीके झा ने बताया कि लालू की तबीयत फिलहाल ठीक है। उनकी दवाई चल रही है। फिलहाल सब ठीक चल रहा है। बरसात में सड़ा-गला नहीं खाने की हिदायत उन्हें दी है। लालू का ब्लड प्रेशर, शूगर कंट्रोल में है। खाने-पीने में पहले जैसा ही परहेज चलता रहेगा। अभी इसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा। नॉनवेज खाने पर रोक लगा हुआ है। इस पर आगे भी रोक लगा रहेगा।

बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के देवघर कोषागार मामले में झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। चारा घोटाला के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद की जमानत पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत ने लालू को कुल तय सजा में से आधी सजा काटने की शर्त पर उन्‍हें जमानत दी है।

चारा घोटाले के केस संख्‍या 64 ए, देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू को साढ़े तीन साल की सजा निचली अदालत से मिली है। लालू ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के हवाले से उच्‍च न्‍यायालय से इसी मामले में जमानत मांगी थी। फिलहाल दो मामलों में सजा होने की वजह से लालू को अभी जेल में ही रहना होगा। लालू को जमानत के लिए अदालत में अपना पासपोर्ट भी जमा करना होगा।

लालू प्रसाद यादव के अधिवक्‍ता देवर्षि मंडल ने बताया कि झारखंड उच्‍च न्‍यायालय ने चारा घोटाले के 64 ए, देवघर कोषागार मामले में 25 माह की सजा काट चुके लालू प्रसाद को मेरिट के आधार पर जमानत दी है। उन्‍होंने बताया कि अभी लालू को जेल में ही रहना होगा। उन्‍हें 68 ए और 38 ए मामले में जमानत का इंतजार है। बताया गया कि सुनील गांधी को भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से बेल रिजेक्‍शन के बाद झारखंड उच्‍च न्‍यायालय ने जमानत दी है।

हाई कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत प्रदान की है। साथ ही पांच लाख रुपये का जुर्माना भी उन्‍हें अदा करना पड़ेगा। इस मामले में निचली अदालत ने लालू को दोषी पाते हुए साढ़े तीन साल कैद की सजा सुनाई थी। साथ ही पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। जमानत के लिए लालू को हाई कोर्ट में अपना पासपोर्ट भी जमा कराना होगा।

इधर सीबीआइ की ओर से केंद्रीय जांच एजेंसी के वकील ने लालू प्रसाद की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लालू का बेल रिजेक्‍ट कर दिया है। ऐसे में हाई कोर्ट को आधी सजा के बिना पर जमानत नहीं देना चाहिए। जिस पर लालू के वकील ने तर्क दिया कि लालू ने सुप्रीम कोर्ट से आधी सजा के नाम पर नहीं मेरिट के आधार पर जमानत मांगी थी।

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