अवैध फोन टैपिग में प्राथमिकी पर पुलिस एसोसिएशन नाराज, केस वापस लेने की मांग

रांची झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने अवैध फोन टैपिग मामले में डोरंडा थाने में विशेष शाखा के इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू पर दर्ज प्राथमिकी का विरोध किया है। डीजीपी एमवी राव को पत्राचार कर एसोसिएशन ने तीन बिदुओं पर अपनी बात रखते हुए केस वापस लेने की मांग की है। कहा है कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश में ही प्रत्येक कनीय पदाधिकारी काम करते हैं। इस मामले में सिर्फ कनीय पुलिस पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह गलत है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 03:47 AM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 06:21 AM (IST)
अवैध फोन टैपिग में प्राथमिकी पर पुलिस एसोसिएशन नाराज, केस वापस लेने की मांग
अवैध फोन टैपिग में प्राथमिकी पर पुलिस एसोसिएशन नाराज, केस वापस लेने की मांग

रांची : झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने अवैध फोन टैपिग मामले में डोरंडा थाने में विशेष शाखा के इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू पर दर्ज प्राथमिकी का विरोध किया है। डीजीपी एमवी राव को पत्राचार कर एसोसिएशन ने तीन बिदुओं पर अपनी बात रखते हुए केस वापस लेने की मांग की है। कहा है कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश में ही प्रत्येक कनीय पदाधिकारी काम करते हैं। इस मामले में सिर्फ कनीय पुलिस पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह गलत है। ऐसा होने से भविष्य में कनीय पदाधिकारी वरीय पुलिस पदाधिकारी का आदेश कैसे मानेंगे। इसलिए आरोपित इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू को अपराध मुक्त किया जाए।

एसोसिएशन ने अपने पत्र से डीजीपी को यह भी बताया है कि विभाग में सरकारी कार्य के दौरान कोई त्रुटि होती है, तो उसके लिए दोषी पदाधिकारी-कर्मी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होती है, न की प्राथमिकी। यह भी कहा कि फोन टैपिग अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। वहां पुलिस का उद्देश्य गलत नहीं था। फोन टैपिग के दौरान जब जानकारी मिली कि जिसका फोन टैप कर रहे हैं, वह पुलिस पदाधिकारी-कर्मी हैं, तो उसे बंद कर दिया गया। इसलिए इस प्रकरण में प्राथमिकी वापस लेते हुए आरोपित इंस्पेक्टर को अपराध मुक्त किया जाए।

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आज डीजीपी से मिलकर रखेंगे अपनी मांग, सकारात्मक विचार नहीं होने पर करेंगे आंदोलन :

झारखंड पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि बुधवार को वे डीजीपी एमवी राव से मिलकर अपनी मांग रखेंगे। उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने पर विचार करेंगे।

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सीआइडी को मिला अनुसंधान का आदेश :

अवैध तरीके से फोन टैपिग के मामले में डोरंडा थाने में दर्ज प्राथमिकी का अनुसंधान सीआइडी को करना है। पुलिस मुख्यालय ने सीआइडी को इससे संबंधित आदेश दे दिया है। अब सीआइडी इस फोन टैपिग मामले के दोषी अफसरों की कुंडली खंगालेगी।

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पूर्व मंत्री की शिकायत के बाद हुआ खुलासा :

पूर्व मंत्री सरयू राय की शिकायत के बाद अवैध तरीके से फोन टैपिग का भी खुलासा हुआ और अवैध तरीके से चल रहे विशेष शाखा के दफ्तर का भी खुलासा हुआ। दोनों ही खुलासे के बाद महकमा में यह चर्चा तेज है कि पूर्व की सरकार में मनमर्जी की पुलिसिग हो रही थी।

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