Jharkhand Panchayat Chunav 2022: पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग समाप्त, 72 प्रखंडों के 1,299 पंचायतों में डाले गए वोट

Jharkhand Panchayat Chunav 2022 Phase 4 Voting झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत चौथे व अंतिम चरण के लिए आज सुबह सात बजे से वोटिंग हुई। आज 72 प्रखंडों की 1299 पंचायतों में मतदान हुआ। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

By Sanjay KumarEdited By: Publish:Fri, 27 May 2022 06:37 AM (IST) Updated:Fri, 27 May 2022 03:42 PM (IST)
Jharkhand Panchayat Chunav 2022: पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग समाप्त, 72 प्रखंडों के 1,299 पंचायतों में डाले गए वोट
Jharkhand Panchayat Chunav 2022 Phase 4 Voting: झारखंड पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग संपन्न।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Panchayat Chunav 2022 Phase 4 Voting झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत चौथे व अंतिम चरण की कुल 11,441 सीटों पर मतदान शुक्रवार को सुबह सात बजे से शाम तीन बजे तक हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग तथा पुलिस प्रशासन ने इस चरण में भी मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखा था। मतदान के लिए शुक्रवार को संबंधित 72 प्रखंडों में सार्वजनिक अवकाश घोषित था। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, लगभग 69 प्रतिशत मतदान के आंकड़े प्राप्त हुए हैं। देर शाम तक यह बढ़ भी सकता है। कहीं से कोई गड़बड़ी या किसी तरह की अप्रत्याशित घटना की बात सामने नहीं आई है।

72 प्रखंडों की 1,299 पंचायतों में मतदान जारी

अंतिम चरण में 72 प्रखंडों की 1,299 पंचायतों में मतदान हुआ। इसमें 35,504 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला हुआ, जिनमें वार्ड सदस्य के 20,902, मुखिया के 7,987, पंचायत समिति सदस्य के 5,587 तथा जिला परिषद सदस्य के 1,028 उम्मीदवार शामिल रहे। कुल 58,16,987 मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करना था। इनमें 29,96,707 पुरुष, 28,20,239 महिला तथा 41 थर्ड जेंडर वोटर थे। मतदान के लिए 15,875 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें 6,785 संवेदनशील तथा 4,744 अति संवेदनशील थे।

सुबह 9 बजे तक लगभग 19 प्रतिशत

झारखंड में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत अंतिम चरण में 72 प्रखंडों की 1,299 पंचायतों में मतदान शांतिपूर्ण रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सुबह 9 बजे तक लगभग 19 प्रतिशत मतदान हुआ था।

मतदान केंद्र के बाहर लंबी कतार

लोहरदगा जिला के कैरो, भंडरा और लोहरदगा प्रखंड में मतदाताओं की मतदान केंद्र के बाहर कतार लगनी प्रारंभ हो गई है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हो रहा है। पहचान पत्र दिखाने के बाद ही मतदाताओं को मतदान केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा है।

मतदान के लिए पहुंचे मतदाता।

कोडरमा के तीन प्रखंडों में मतदान

झारखंड पंचायत चुनाव के चौथे चरण का मतदान कोडरमा जिले के तीन प्रखंड कोडरमा, चंदवारा व जयनगर में शांतिपूर्वक शुरू हो गया है। सुबह से ही बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लग गई है। लोग गांव के सरकार चुनने के लिए उत्साह के साथ मतदान कर रहे हैं। चतुर्थ व अंतिम चरण के इस चुनाव में इन तीन प्रखंडों के 621 बूथों पर वोट डाले जा रहे हैं।

कोडरमा के मतदान केंद्र पर मतदाताओं में उत्साह।

झारखंड के पंचायत चुनाव में लगातार बढ़ रहा निर्विरोध निर्वाचन

झारखंड के पंचायत चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दो चुनावों की वर्तमान पंचायत चुनाव से तुलना करें तो यह चिंताजनक तथ्य सामने आ रहा है। स्थिति यह है कि वर्ष 2015 में हुए पिछले पंचायत चुनाव में जहां 21,100 उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे, वहीं इस पंचायत चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 24,224 हो गई है।

झारखंड में पंचायत की कुल सीटों के विरुद्ध लगभग 38 प्रतिशत सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। वहीं, 2,528 सीटों पर कोई नामांकन नहीं हुआ। इस तरह इस पंचायत चुनाव में 42 प्रतिशत सीटों पर निर्वाचन नहीं हो सका। जब किसी सीट पर किसी एक ही उम्मीदवार का नामांकन होता है या नामांकन पत्रों की जांच तथा नामांकन वापसी के बाद केवल एक ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में होता है तो उसे निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाता है।

वर्ष 2010 में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या 10,598 थी। वर्ष 2015 में यह संख्या बढ़कर लगभग दोगुनी कुल 21,110 हो गई थी। हालांकि उस समय सीटों की संख्या लगभग डेढ़ गुना बढ़ गई थी। इस साल हो रहे पंचायत चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 24,224 हो गई है, जबकि सीटों की संख्या में इस बार आंशिक कमी ही आई है।

इस साल कुल 63,701 सीटों पर निर्वाचन हो रहा है, जबकि पिछले चुनाव में सीटों की संख्या 64,700 थी। इस पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों की बात करें तो मुखिया के चुनाव में लोगों की रुचि बढ़ी है, क्योंकि इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या पिछले चुनावाें की अपेक्षा कम हुई है। इस बार 16 मुखिया ही निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, जबकि पिछले चुनाव में ऐसे मुखिया की संख्या 31 थी।

दूसरी तरफ, अन्य तीन पदों के निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है। सबसे अधिक निर्विरोध निर्वाचन पंचायतों के वार्ड सदस्य तथा पंचायत समिति सदस्य की सीटों पर हुआ है। इसकी बड़ी वजह बताई जाती है कि वार्ड सदस्य व पंचायत समिति की वित्तीय शक्तियां नहीं के बराबर होती हैं।

इस बार एक हजार अधिक सीटों पर शून्य नामांकन, कराना होगा उपचुनाव

इस पंचायत चुनाव में पिछले चुनाव की अपेक्षा लगभग एक हजार अधिक सीटों पर शून्य नामांकन हुआ है। वर्ष 2015 में हुए चुनाव में 1,564 सीटों पर शून्य नामांकन हुआ था। इस बार 2,528 सीटों पर शून्य नामांकन हुआ है। इनमें वार्ड सदस्य की 2,489, मुखिया की 10, पंचायत समिति सदस्य की 27 तथा जिला परिषद सदस्य की दो सीटें शामिल हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद के अनुसार, इन सीटों पर उपचुनाव होगा। हालांकि किसी सीट पर यदि कोई पद आरक्षित है तथा वहां उस श्रेणी का मतदाता नहीं है तो इसपर उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी निर्णय लेंगे कि वहां उपचुनाव कराना है या नहीं। मुखिया के मामले में उपमुखिया को प्रभार मिल सकता है।

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