Jharkhand Assembly Election 2019: झामुमो का दावा, भाजपा के 7 से ज्यादा विधायक संपर्क में
Jharkhand Mukti Morcha पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता कर कहा कि भाजपा किसी मुगालते में नहीं रहे। उसकी पार्टी का कोई भी विधायक भाजपा में नहीं जा रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में विधानसभा चुनाव की तेज होती आहट के मद्देनजर राजनीतिक खींचतान की कवायद भी तेज हो गई है। सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया कि भाजपा के सात से ज्यादा विधायक उसके संपर्क में हैं। वे बड़ा राजनीतिक कदम उठाएंगे। बदलाव रैली में यह देखने को मिलेगा। रैली 19 अक्टूबर को प्रस्तावित है।
महासचिव सुप्रियो भïट्टाचार्य ने यह भी कहा कि भाजपा के तमाम आदिवासी-मूलवासी विधायक मुख्यमंत्री रघुवर दास की नीतियों से नाराज हैं और वे चुनाव से पूर्व कड़े कदम उठा सकते हैं। सुप्रियो ने बताया कि ऐसे विधायकों और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों की झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन संग कई दौर की बैठकें हो चुकी है। अपनी खिसकती जमीन को मुख्यमंत्री रघुवर दास भी महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपना झारखंड दौरा स्थगित कर दिया।
उन्हें सच्चाई का अहसास हो गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोमवार को कोल्हान प्रमंडल के उन पांच विधायकों को भी मीडिया के समक्ष पेश किया जिनके बारे में कुछ समाचार माध्यमों (दैनिक जागरण नहीं) में यह अटकलें लगाई जा रही थी कि वे भाजपा में शामिल होंगे। पार्टी मुख्यालय में मौजूद विधायक निरल पूर्ति, दीपक बिरूआ, दशरथ गगराई, शशिभूषण सामाड और जोबा मांझी ने एक स्वर में कहा कि भाजपा झारखंड मुक्ति मोर्चा से डर गई है।
विधायक कुणाल षाडंगी अपने पिता की तबीयत खराब होने के कारण प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद नहीं हो पाए। सुप्रियो ने दावा किया कि भाजपा में खलबली मची है। रघुवर दास को सीएम का चेहरा बताने वाली भाजपा उनके गृह प्रमंडल कोल्हान में अस्तित्व का संकट झेल रही है। वे कोल्हान छोड़कर संताल परगना में बैठे हैं। जब उनके घर में भाजपा को समर्थन नहीं मिल रहा है तो फिर से मुख्यमंत्री बनने का उनका ख्वाब मुंगरी लाल का हसीन सपना साबित होगा।
क्या कहा विधायकों ने
'हमने भाजपा को हराया। लोकसभा चुनाव में भी भाजपा सिंहभूम से हारी। मीडिया में भाजपा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। यह हमें बदनाम करने की साजिश है।' -दीपक बिरूआ, विधायक, चाईबासा।
'हमलोग भला भाजपा में क्यों जाएंगे? कोल्हान में झामुमो की जय-जय है। हम मजबूर नहीं हैं। भाजपा झारखंड को खत्म करना चाहती है।' -शशिभूषण सामाड, विधायक, चक्रधरपुर।
'कोल्हान में बीजेपी कमजोर है। वह हमारी मजबूती नहीं पचा पा रही है। कोई विधायक भाजपा के संपर्क में नहीं है। हम पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन को पूरे वाकये से अवगत कराएंगे।' -जोबा मांझी, विधायक, मनोहरपुर।
'कोई विधायक बीजेपी के संपर्क में नहीं है। भाजपा भ्रम फैला रही है। कोल्हान प्रमंडल में भाजपा का कोई विधायक नहीं जीत पाएगा।' -दशरथ गगराई, विधायक, खरसावां।
'हमलोगों पर गलत आरोप लगाया जा रहा है। हमने हर स्तर पर बातें भी रखी है। लेकिन हमारी बातों को महत्व नहीं दिया जा रहा है और हमें बदनाम किया जा रहा है।' -निरल पूर्ति, विधायक, मझगांव।
प्रदेश के नेताओं से नहीं, झामुमो बात करेगा कांग्रेस आलाकमान से
विपक्षी दलों के गठबंधन पर कांग्र्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की बातें झामुमो को रास नहीं आ रही हैं। सोमवार को महासचिव सुप्रियो भïट्टाचार्य ने फिर कहा कि हेमंत सोरेन को विधानसभा चुनाव में बतौर सीएम प्रोजेक्ट करने संबंधी प्रस्ताव पर राहुल गांधी के समक्ष चर्चा हुई थी। इस बाबत पार्टी प्रदेश के नेताओं से बातचीत क्यों करेगी? कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी समेत अन्य वरीय नेताओं से झामुमो संपर्क में है। यह पूछे जाने पर कि कांग्र्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर यह कहा है कि चोरी का सामान बंटवारा करने में लड़ाई हो जाती है, सुप्रियो ने कहा कि उरांव लंबे अरसे तक पुलिस की सेवा में रहे हैं। इसी वजह से उनके दिमाग में हमेशा चोर-सिपाही घूमता रहता होगा।
महासचिव सुप्रियो भïट्टाचार्य ने यह भी कहा कि भाजपा के तमाम आदिवासी-मूलवासी विधायक मुख्यमंत्री रघुवर दास की नीतियों से नाराज हैं और वे चुनाव से पूर्व कड़े कदम उठा सकते हैं। सुप्रियो ने बताया कि ऐसे विधायकों और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों की झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन संग कई दौर की बैठकें हो चुकी है। अपनी खिसकती जमीन को मुख्यमंत्री रघुवर दास भी महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपना झारखंड दौरा स्थगित कर दिया।
उन्हें सच्चाई का अहसास हो गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोमवार को कोल्हान प्रमंडल के उन पांच विधायकों को भी मीडिया के समक्ष पेश किया जिनके बारे में कुछ समाचार माध्यमों (दैनिक जागरण नहीं) में यह अटकलें लगाई जा रही थी कि वे भाजपा में शामिल होंगे। पार्टी मुख्यालय में मौजूद विधायक निरल पूर्ति, दीपक बिरूआ, दशरथ गगराई, शशिभूषण सामाड और जोबा मांझी ने एक स्वर में कहा कि भाजपा झारखंड मुक्ति मोर्चा से डर गई है।
विधायक कुणाल षाडंगी अपने पिता की तबीयत खराब होने के कारण प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद नहीं हो पाए। सुप्रियो ने दावा किया कि भाजपा में खलबली मची है। रघुवर दास को सीएम का चेहरा बताने वाली भाजपा उनके गृह प्रमंडल कोल्हान में अस्तित्व का संकट झेल रही है। वे कोल्हान छोड़कर संताल परगना में बैठे हैं। जब उनके घर में भाजपा को समर्थन नहीं मिल रहा है तो फिर से मुख्यमंत्री बनने का उनका ख्वाब मुंगरी लाल का हसीन सपना साबित होगा।
क्या कहा विधायकों ने
'हमने भाजपा को हराया। लोकसभा चुनाव में भी भाजपा सिंहभूम से हारी। मीडिया में भाजपा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। यह हमें बदनाम करने की साजिश है।' -दीपक बिरूआ, विधायक, चाईबासा।
'हमलोग भला भाजपा में क्यों जाएंगे? कोल्हान में झामुमो की जय-जय है। हम मजबूर नहीं हैं। भाजपा झारखंड को खत्म करना चाहती है।' -शशिभूषण सामाड, विधायक, चक्रधरपुर।
'कोल्हान में बीजेपी कमजोर है। वह हमारी मजबूती नहीं पचा पा रही है। कोई विधायक भाजपा के संपर्क में नहीं है। हम पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन को पूरे वाकये से अवगत कराएंगे।' -जोबा मांझी, विधायक, मनोहरपुर।
'कोई विधायक बीजेपी के संपर्क में नहीं है। भाजपा भ्रम फैला रही है। कोल्हान प्रमंडल में भाजपा का कोई विधायक नहीं जीत पाएगा।' -दशरथ गगराई, विधायक, खरसावां।
'हमलोगों पर गलत आरोप लगाया जा रहा है। हमने हर स्तर पर बातें भी रखी है। लेकिन हमारी बातों को महत्व नहीं दिया जा रहा है और हमें बदनाम किया जा रहा है।' -निरल पूर्ति, विधायक, मझगांव।
प्रदेश के नेताओं से नहीं, झामुमो बात करेगा कांग्रेस आलाकमान से
विपक्षी दलों के गठबंधन पर कांग्र्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की बातें झामुमो को रास नहीं आ रही हैं। सोमवार को महासचिव सुप्रियो भïट्टाचार्य ने फिर कहा कि हेमंत सोरेन को विधानसभा चुनाव में बतौर सीएम प्रोजेक्ट करने संबंधी प्रस्ताव पर राहुल गांधी के समक्ष चर्चा हुई थी। इस बाबत पार्टी प्रदेश के नेताओं से बातचीत क्यों करेगी? कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी समेत अन्य वरीय नेताओं से झामुमो संपर्क में है। यह पूछे जाने पर कि कांग्र्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर यह कहा है कि चोरी का सामान बंटवारा करने में लड़ाई हो जाती है, सुप्रियो ने कहा कि उरांव लंबे अरसे तक पुलिस की सेवा में रहे हैं। इसी वजह से उनके दिमाग में हमेशा चोर-सिपाही घूमता रहता होगा।