Jharkhand Assembly Special Session: राज्यपाल के अभिभाषण पर सुदेश बोले, नहीं दिखी बहुमत वाली सोच; जानें किसने क्‍या कहा

Jharkhand Assembly Special Session पूर्व मंत्री अमर बाउरी ने कहा कि नई सरकार को धन का रोना नहीं रोना चाहिए। धन की व्यवस्था के लिए बेहतर वित्तीय प्रबंधन पर विचार करना चाहिए।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 08:12 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 08:12 PM (IST)
Jharkhand Assembly Special Session: राज्यपाल के अभिभाषण पर सुदेश बोले, नहीं दिखी बहुमत वाली सोच; जानें किसने क्‍या कहा
Jharkhand Assembly Special Session: राज्यपाल के अभिभाषण पर सुदेश बोले, नहीं दिखी बहुमत वाली सोच; जानें किसने क्‍या कहा

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Special Session झारखंड की नई महागठबंधन सरकार के पहले विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्‍यपाल द्रौपदी मूर्मू का अभिभाषण हुआ। इस दौरान मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार की प्राथमिकताएं गिनाई गईं। पांचवीं विधानसभा के इस खास सत्र में राज्‍यपाल ने जहां पुरानी सरकार के अच्‍छे उपक्रमों को आगे बढ़ाने की बात कही, वहीं सीएनटी-एसपीटी एक्‍ट को बहाल रखने का माद्दा दिखाया। राज्‍य की नौकरशाही को और अधिक जवाबदेह बनाने पर भी जोर दिया गया। राज्‍यपाल के अभिभाषण के बाद बुधवार को धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पर चर्चा होगी। इधर राज्‍यपाल के अभिभाषण के बाद पक्ष-विपक्ष से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आए हैं। आइए जानें राज्‍यपाल के अभिभाषण पर किसने क्‍या कहा...

घोषणापत्र में जो बातें थीं वह राज्यपाल के संबोधन में नहीं दिखीं : सुदेश

आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्ताधारी दलों ने जो वादे अपने चुनावी घोषणापत्र में किए थे उनका असर राज्यपाल के अभिभाषण में नहीं दिखा। जिन वादों के आधार पर जनता ने बहुमत दिया है उनको पूरा करने की सोच इस सत्र में नहीं दिखी।

धन की कमी नहीं, मन की कमी : भोक्ता

राजद विधायक और मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में पिछले 16 वर्षों से किसानों, बेरोजगारों, मजदूरों और ग्रामीणों का सुध लेनेवाला कोई नहीं था। जो 16 वर्षों में नहीं हुआ वह अब जाकर होगा। पिछड़ों की सुध ली जाएगी। प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर उन्होंने कहा कि झारखंड में धन की नहीं, मन की कमी है। राज्यपाल के अभिभाषण ने रास्ता दिखाया है और अब इसपर आगे बढ़कर घोषणापत्र के वादों को पूरा किया जाएगा।

पिछली सरकार के विकास कार्यक्रमों को आगे ले जाए नई सरकार

पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव ने कहा कि पिछली सरकार में जो बड़े और उपयोगी कार्यक्रम थे उसे नई सरकार को आगे ले जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि शिक्षा मंत्री के तौर पर कई योजनाएं उनके कार्यकाल में शुरू की गई थीं जो जनोपयोगी हैं। उन्होंने रघुवर सरकार में जारी सड़क और बिजली से संबंधित योजनाओं को भी आगे बढ़ाने की मांग की।

धन का रोना न रोएं, वित्तीय प्रबंधन करे सरकार : बाउरी

पूर्व मंत्री अमर बाउरी ने दावा किया कि पिछली सरकार ने विकास कार्यों को तीव्रता प्रदान की थी और उम्मीद जताई कि नई सरकार उन कार्यों को आगे बढ़ाएगी। बाउरी ने कहा कि नई सरकार को धन का रोना नहीं रोना चाहिए। धन की व्यवस्था के लिए बेहतर वित्तीय प्रबंधन पर विचार करना चाहिए। 

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