झारखंड में कांग्रेस खंड-खंड, विधानसभा चुनाव से पहले कई खेमों में बंटा संगठन; Inside Story

प्रदेश अध्यक्ष पद से डॉ. अजय के इस्तीफे का जिलों में खास असर दिख रहा है। चुनाव नजदीक होने के बावजूद जिला इकाइयों में बेचैनी है। सभी प्रदेश कांग्रेस में विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sun, 11 Aug 2019 08:40 AM (IST) Updated:Sun, 11 Aug 2019 10:28 PM (IST)
झारखंड में कांग्रेस खंड-खंड, विधानसभा चुनाव से पहले कई खेमों में बंटा संगठन; Inside Story
झारखंड में कांग्रेस खंड-खंड, विधानसभा चुनाव से पहले कई खेमों में बंटा संगठन; Inside Story

रांची, जेएनएन। झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से डॉ. अजय कुमार के इस्तीफे का असर पार्टी की जिला इकाइयों में भी दिख रहा है। कांग्रेस दो खेमे में बंटी दिख रही है। चुनाव नजदीक होने पर उभर रही ऐसी स्थिति से बड़े नेताओं में बेचैनी है। हालांकि, ज्यादातर पार्टी नेताओं का कहना है कि यह संगठन का अंदरुनी मामला है। इसे सुलझा लिया जाएगा। पूरे मामले पर हाई कमान नजर रख रहे हैं।

लोहरदगा विधायक सुखदेव भगत ने कहा कि वे किसी नेता के पक्ष में नहीं हैं, बल्कि पार्टी के साथ हैं। जहां तक  इस्तीफा की बात है तो डॉ. अजय कुमार एक सक्षम पदाधिकारी रहें हैं, उन्होने पार्टी में पूरी निष्ठा के साथ काम किया है। उनका इस्तीफा दुखद है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष साजिद अहमद चंगु ने कहा कि मामला प्रदेश स्तर का है। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इसे देखेगा।

कांग्रेस के पलामू जिलाध्यक्ष जशरंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कहा कि डॉ. अजय कुमार के इस्तीफे के बाद उत्पन्न हालात पर कांग्रेस हाईकमान नजर रखे हुए हैं।  विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में एक मजबूत नेतृत्व देखने को मिलेगा। वहीं कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व एआइसीसी सदस्य चंद्रशेखर शुक्ला ने प्रदेश संगठन में विवाद की बात को सिरे से खारिज कर दिया है।

लातेहार कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुनेश्वर उरांव उरांव ने कहा कि पार्टी के लोग संगठित हैं। जहां अधिक लोग होंगे, वहां हर किसी का मनोभाव अलग-अलग हो सकता है। लेकिन पार्टी हित में सभी एकजुट हैं।  चतरा जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद कुमार दुबे का कहना है कि डॉ. अजय भारतीय पुलिस सेवा की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं। ऐसे लोगों का सम्मान होना चाहिए।

जबकि पूर्व कार्यकारी जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र साहू कहते हैं कि संगठन चलाना आसान नहीं है। डॉ. अजय को और पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। वे एक कुशल प्रशासक हो सकते हैं, कुशल राजनीतिज्ञ नहीं। सिमडेगा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनूप केशरी ने के अनुसार प्रदेश संगठन में फुटौवल भावी चुनाव के लिए सही सही संकेत नहीं है। 

हजारीबाग कांग्रेस कमेटी में सब कुछ ठीक ठाक नही चल रहा। अनुशासनहीनता के आरोप में 10 दिन पूर्व जिलाध्यक्ष देव कुमार राज ने छह पुराने कार्यकर्ताओं को बाहर निकाल दिया था। तो उसके अगले ही दिन अनुशासन समिति के अध्यक्ष तिलकधारी सिंह ने प्रेस वार्ता कर निकाले गए कार्यकर्ता पर की गई कार्रवाई को गलत बताया था। 12 अगस्त को हजारीबाग में पार्टी का एक बड़ा चेहरा पूर्व उप महापौर आनंद देव भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं।

गढ़वा जिला में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के इस्तीफा को लेकर कांग्रेसी दो खेमे में बंटे हैं। जिलाध्यक्ष अरविंद तुफानी ने अजय कुमार के पक्ष में खड़ा होने की बात कही है। अरङ्क्षवद का कहना है कि पार्टी के कई वरीय नेताओं की महत्वाकांक्षा तथा इनकी मनमानी को मानने से इंकार किये जाने का खामियाजा अजय कुमार को भुगतना पड़ा है।

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