इस सावन डाक घर से लें गंगाजल

शहीद चौक स्थित जीपीओ के पोस्ट शॉपी में उपलब्ध है गंगाजल के साथ कई अन्य वस्तुएं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Jul 2018 01:14 PM (IST) Updated:Sun, 22 Jul 2018 01:14 PM (IST)
इस सावन डाक घर से लें गंगाजल
इस सावन डाक घर से लें गंगाजल

विवेक आर्यन, रांची : सावन के आगमन के पहले देश और शहर के सभी शिवालयों में तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। शिवभक्तों ने भी बाबा धाम और अन्य स्थानों पर जाने का मन बना लिया है। इन सबके बीच शहीद चौक स्थित राजधानी का जेनरल पोस्ट ऑफिस आपको गंगाजल उपलब्ध करा रहा है। तो यदि आप शहर के शिवालयों में जल चढ़ाने की सोंच रहे हैं तो पोस्ट शॉपी का रास्ता आपके लिए खुला है।

पोस्ट शॉपी में गंगाजल के अलावा भी कई चीजें उपलब्ध हैं जो दुकानों से काफी अलग हैं। यहां शिल्प कलाओं के साथ कई किताबें भी हैं और आयुर्वेद के गुणकारी चूर्ण भी। घर में बने अचार, गुड़ और सॉस के अलावा घर सजाने की भी वस्तुएं भी हैं।

डाक द्वारा आता है गंगाजल :

पोस्ट शॉपी में मिलने वाला गंगाजल डाक द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों से मंगवाया जाता है। देश के जिस भी शहर से गंगा नदी हो कर गुजरती है, वहां से गंगा जल को बोतलों में भर कर भेजा जाता है। डाक विभाग द्वारा इसे पोस्ट शॉपी में लाया जाता है। इसमें वाराणसी, हरिद्वार, इलाहाबाद और झारखंड के राजमहल से भी डाक द्वारा जल का आयात होता है। शॉपी जल के पूर्णत: शुद्ध होने का दावा करता है।

ट्राइफेड और कस्तूरबा स्कूल के बच्चों द्वारा निर्मित हैं मूर्तियां :

शॉपी में मौजूद सभी सामाग्री किसी भी ब्रांड या कंपनी की नहीं है। सभी वस्तुएं या तो ट्राइफेड से जुड़े कलाकारों द्वारा बनाई गयी हैं, या फिर कस्तूरबा स्कूल की बच्चियों द्वारा। पढ़ाई के साथ हस्त कलाओं में निपुण छात्राओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को एक ओर जहां प्लेटफार्म मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर ट्राइफेड और झारक्राफ्ट को भी बाजार मुहैया हो रहा है। डाक दुकान से आपकी खरीददारी केवल विभाग को पैसे ही नहीं, बल्कि कई लोगों के रोजगार को भी बढ़ावा देगा।

10 से 25 रुपये हैं गंगाजल की कीमत :

शहर में गंगाजल उपलब्ध कराने वाली एक मात्र स्टोर होने के बाद भी इसकी कीमतें बेहद कम हैं। 200 एमएल की सबसे छोटी शीशी की कीमत 10 रुपये है। 15 रुपये में आपको 250 एमएल की शीशी मिल जाएगी। सबसे बड़ी शीशी आधा लीटर की है जिसकी कीमत महज 25 रुपये है। कीमतों के कम होने के कारण हैं के आयात में किसी भी प्रकार का कोई अतिरिक्त खर्च नहीं है।

डाक विभाग के इस प्रयास का उद्देश्य लोगों को रोजगार देना है। लोग आएं और अपने जरूरत का सामान लें इसी से स्टोर की सार्थकता है। डाक विभाग का गंगाजल सावन में लोगों के लिए खास होगा।

गौतम विश्वास, पोस्ट मास्टर, रांची जीपीओ।

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