फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन घोटाला मामले में 11 अभियुक्तों पर चलेगा मुकदमा

जमशेदपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की बिष्टुपुर शाखा से फर्जी दस्तावेज के आधार पर हुए लोन घोटाले के 11 अभियुक्तों पर मुकदमा चलेगा। सीबीआइ की विशेष अदालत ने इस मामले में फर्जी पैन वोटर आइडी आयकर रिटर्न सहित अन्य दस्तावेज बैंक में जमा कर 3.02 करोड़ रुपये के हाउस लोन घोटाले में नामजद 11 अभियुक्तों के खिलाफ संज्ञान लिया है। अदालत ने इन सभी के खिलाफ समन जारी किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Sep 2020 01:06 AM (IST) Updated:Tue, 15 Sep 2020 01:06 AM (IST)
फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन घोटाला मामले में 11 अभियुक्तों पर चलेगा मुकदमा
फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन घोटाला मामले में 11 अभियुक्तों पर चलेगा मुकदमा

रांची : जमशेदपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की बिष्टुपुर शाखा से फर्जी दस्तावेज के आधार पर हुए लोन घोटाले के 11 अभियुक्तों पर मुकदमा चलेगा। सीबीआइ की विशेष अदालत ने इस मामले में फर्जी पैन, वोटर आइडी, आयकर रिटर्न सहित अन्य दस्तावेज बैंक में जमा कर 3.02 करोड़ रुपये के हाउस लोन घोटाले में नामजद 11 अभियुक्तों के खिलाफ संज्ञान लिया है। अदालत ने इन सभी के खिलाफ समन जारी किया है।

इससे पूर्व सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने अभियोजन स्वीकृति के साथ मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। यह घोटाला 2013 से 2015 के बीच हुआ था। लोन चुकता नहीं होने पर दस्तावेजों की जांच की तो गई तो सभी कागजात फर्जी पाए गए। इसके बाद इस घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई। सीबीआई ने आरसी 1/20 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की थी।

आरोपितों के नाम एवं लोन की रकम - जोगेंदर अग्रवाल, भक्तिनगर, बर्मामाइंस -39.20 लाख

- कुलवंत सिंह, गौरी शंकर रोड, जुगसलाई- 49 लाख

- निर्मल कुमार मिश्रा, सुभाष कॉलोनी, डिमना - 28.80 लाख

- विनीत पांडेय, दाईगुट्टू, मानगो - 21.60 लाख

- चंदन अग्रवाल, रामनगर, कदमा - 24 लाख

- अमरपाल सिंह, कालीमाटी रोड, साकची - 23 लाख

- चंदन घोष, परमथनगर, परसुडीह- 29.50 लाख

- दिपेश सेन, न्यू कालीमाटी, साकची 32 लाख

- अनीष सिंह, 10 नंबर बस्ती गोलमुरी -21.60 लाख

- देबजीत बोस, भाटिया बस्ती, कदमा - 28.80 लाख

- हरजीत सिंह, मनीफीट, टेल्को गारंटर

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चिटफंड कंपनियों की कारगुजारियों पर बाबूलाल ने दिलाया हेमंत सोरेन का ध्यान

रांची : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री का ध्यान पिछले 10-12 सालों में फर्जी नन बैंकिग और चिटफंड कंपनियों द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की ओर आकृष्ट कराया है। साथ ही ऐसी कंपनियों से सावधान रहने की नसीहत दी है। मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में बाबूलाल ने सीएम को आगाह किया है कि ऐसी कंपनियां आपके नाम का दुरुपयोग कर सकती हैं। उन्होंने राज्यहित में नन बैंकिग कंपनियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि इस अवधि में संबंधित कंपनियों ने राज्य की जनता की करीब 25 हजार करोड़ की राशि हड़प ली है। बाबूलाल ने डार्विन प्लेटफार्म ग्रुप ऑफ कंपनीज का जिक्र करते हुए कहा कि इस कंपनी ने राज्य की जनता को ठगने का प्रयास शुरू किया है। इस ग्रुप के चेयरमैन अजय हरिनाथ सिंह हैं। कंपनी की हैंडबुक में चेयरमैन हरिनाथ सिंह के साथ आपकी तस्वीर इनसे हाथ मिलाते हुए छापी गई है। चिटफंड कंपनियों के चेयरमैन फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए राजनेताओं तक पहुंच का संदेश देकर आमजनों का भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं और उन्हें ठगते हैं। बाबूलाल ने पत्र में ऐसी कुछ चिटफंड और नन बैंकिग कंपनियों का नाम भी अंकित किया है। ऐसे अधिकांश मामले धनबाद, देवघर, पाकुड़, साहिबगंज में सामने आए हैं।

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