खुद को पहचानो, असंभव दिखने वाला कार्य भी होगा आसान: न्यायाधीश अनुभा

मोरहाबादी के रामकृष्ण मिशन में रविवार को युवा दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई लोगों ने अपने विचार रखे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jan 2020 01:50 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jan 2020 06:16 AM (IST)
खुद को पहचानो, असंभव दिखने वाला कार्य भी होगा आसान: न्यायाधीश अनुभा
खुद को पहचानो, असंभव दिखने वाला कार्य भी होगा आसान: न्यायाधीश अनुभा

जागरण संवाददाता, रांची : मोरहाबादी के रामकृष्ण मिशन में रविवार को युवा दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व सेमिनार का आयोजन का किया गया। विभिन्न स्कूलों के करीब तीन सौ विद्यार्थी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से हुई। मुख्य अतिथि हाई कोर्ट के न्यायाधीश अनुभा रावत चौधरी ने विद्यार्थियों से कहा कि प्रत्येक मनुष्य के अंदर ऊर्जा का भंडार है उसे बाहर ढूंढ़ने के बजाय अंदर ढूंढे़। जब आप अपनी क्षमता को पहचान जाएंगे तो असंभव दिखने वाले सभी कार्य संभव प्रतीत होगा। अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युग द्रष्टा थे, सौ साल पूर्व ही उन्होंने देश का जो आधार बताया था वह आज भी प्रासंगिक है। इस दौरान उन्होंने रामकृष्ण मिशन और दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यो की सराहना की।

स्वामी विवेकानंद के कथन को करें आत्मसात

आइएएस अधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद के कथन को आत्मसात करने की सलाह दी। स्वामीजी के विचार उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको विद्यार्थियों के लिए रामबाण औषधि के समान है। जेवीएम श्यामली के प्राचार्य समरजीत जाना ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के उपदेशों में देश के समस्त समस्याओं का समाधान मिल जाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद से जुड़ी पुस्तकों को पढ़ने की अपील की। सभा को रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भावेशानंद ने भी संबोधित किया।

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जिनके ओजस्वी वचनों से गूंज उठा था विश्व गगन......

कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक गीत पेश किए गए। गंगा प्रसाद बुधिया सरस्वती विद्या मंदिर, मोरहाबादी के बच्चों ने जिनके ओजस्वी वचनों से गूंज उठा था विश्व गगन..का गायन कर खूब तालियां बटोरी। कई बच्चों ने एकल तो कई ने सामूहिक गान से लोगों को भाव विभोर कर दिया।

इन स्कूलों के बच्चे हुए शामिल

जेवीएम धुर्वा, विवेकानंद विद्या मंदिर धुर्वा, ब्रिजफोर्ड स्कूल, सुरेंद्रनाथ सेनेटरी स्कूल, जेपी जालान मेमोरियल स्कूल, रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान आदि।

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