सीएम ने कहा, मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद करने का षडयंत्र कर रहा केंद्र

उठाया सवाल एम्स देवघर की मान्यता क्यों नहीं हुई खत्म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 01:39 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:39 AM (IST)
सीएम ने कहा, मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद करने का षडयंत्र कर रहा केंद्र
सीएम ने कहा, मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद करने का षडयंत्र कर रहा केंद्र

राज्य ब्यूरो, रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के तीनों नए मेडिकल कॉलेजों (दुमका, पलामू, हजारीबाग) में इस साल नामांकन की अनुमति नहीं मिलने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तीनों मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद करने का षड़यंत्र कर रही है।

मुख्यमंत्री ने झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले वर्ष तीनों मेडिकल कॉलेजों में नामांकन हो चुके थे। कुछ कमियां रह गई थीं, उन्हें दूर किया जा रहा था। आधारभूत संरचना का निर्माण 90 से 95 फीसद पूरा हो चुका है। इसके बावजूद इस वर्ष नामांकन पर रोक लगा दी गई, जबकि देवघर के एम्स में पांच फीसद ही काम हुआ है। फिर भी वहां नामांकन पर रोक नहीं लगाई गई।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के प्रति कितनी संवेदशनील है, इससे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर तरीके से झारखंड के विकास की रफ्तार को धीमा करने का षड़यंत्र रच रही है। बीते दिनों कोयला खदानों की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर तथा जीएसटी बकाया को रोक कर केंद्र ने अपनी मंशा साफ कर दी थी। इस बार केंद्र सरकार मेडिकल कॉलेजों की एनएमसी के माध्यम से मान्यता हटाने पर तुली है। कहा कि केंद्र सरकार जो चाहे कर ले, लेकिन राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे बच्चों की जिदगी बर्बाद नहीं होने देगी। अपने अधिकारों के लिए जो भी जायज कदम उठाने होंगे, हम उठाएंगे।

---------- प्रधानमंत्री से मिलेंगे हेमंत

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी की राशि नहीं मिलने तथा रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा झारखंड की राशि काटे जाने को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। वे शीघ्र ही प्रधानमंत्री से मिलेंगे भी।

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