Jharkhand Budget Session: भाजपा विधायक ने उठाए सवाल तो स्वास्थ्य मंत्री ने याद दिलाए पिछले 5 साल
Jharkhand Assembly. विधानसभा में बायोमेडिकल वेस्ट मामले में स्वास्थ्य मंत्री के जवाब पर भड़के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा में शुक्रवार को बायोमेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण का मामला उठने पर कुछ देर के लिए जिरह की स्थिति उत्पन्न हो गई। भाजपा विधायक विरंची नारायण ने अल्पसूचित प्रश्न काल के दौरान बायोमेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण का मामला उठाते हुए सरकार से इस दिशा में सार्थक कदम उठाने को कहा। इस पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भाजपा विधायक को पिछले पांच साल के कार्यकाल की याद दिलाई। यह भी कहा कि यदि पूर्ण बहुमत की डबल इंजन की सरकार ने पहल की होती तो अब तक फलाफल देखने को मिल जाता।
स्वास्थ्य मंत्री के इतना कहते ही पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे रामचंद्र चंद्रवंशी भड़क उठे। उन्होंने अपने सीनियर होने का हवाला देते हुए बन्ना गुप्ता में अनुभव की कमी बताई। यह भी कहा कि हमें बदनाम कर रहे हैं। हमने क्या किया है पहले इसका अध्ययन करें। इस जिरह के दौरान कुछ क्षणों के लिए शोरगुल भी सुनाई दिया। सत्ता पक्ष की ओर से इरफान अंसारी खड़े हुए तो भाजपा विधायकों ने उसी अंदाज में उन्हें जवाब दिया।
भाजपा विधायक विरंची नारायण ने कहा कि पूरे राज्य में सिर्फ रामगढ़ और लोहरदगा में ही बायोमेडिकल वेस्ट प्लांट है। मेडिकल वेस्ट का निस्तारण न होने से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कोरोना वायरस का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें ऐसी घटनाओं से सबक लेनी चाहिए। विधायक ने इस मामले का हल निकालने के लिए विधानसभा की एक समिति गठित करने का भी सुझाव दिया।
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पूर्व की सरकार पर तंज कसने के साथ ही कहा कि हमारी 60 दिन की सरकार आपकी चिंता से चिंतित है। सरकार गंभीर है, हमें समय दें। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के नाराज होने पर कहा कि मैने पूर्व मंत्री का अपमान नहीं किया है। हम उनसे सुझाव लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने सदन को बताया कि राज्य में पाकुड़, देवघर, सिंदरी, मेदिनीनगर, हजारीबाग और आदित्यपुर में छह स्थानों पर बायोमेडिकल प्लांट के प्रस्ताव आएं हैं। प्राइवेट कंपनी भी इस प्रक्रिया में भाग ले सकती हैं।