Lok Sabha Election 2024: झारखंड में इस बार 12 सीटों पर नए चेहरों में जंग, पढ़ें कहां कौन होंगे आमने-सामने

लोकसभा चुनाव में इस बार 12 सीटों पर मुकाबला नए चेहरों के बीच होगा। पुराने प्रत्याशी मैदान में हैं भी लेकिन उनके सामने वाला प्रत्याशी बदल गया है। मुख्य मुकाबले में शामिल दोनों गठबंधनों के सात-सात प्रत्याशी बदले हैं लेकिन इससे पूरा समीकरण ही बदल गया है। अब सिर्फ खूंटी एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां दोनों पुराने चेहरे मुख्य मुकाबले में होंगे।

By Ashish Jha Edited By: Shashank Shekhar Publish:Wed, 17 Apr 2024 11:55 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2024 11:55 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: झारखंड में इस बार 12 सीटों पर नए चेहरों में जंग, पढ़ें कहां कौन होंगे आमने-सामने
Lok Sabha Election 2024: झारखंड में इस बार 12 सीटों पर नए चेहरों में जंग, पढ़ें कहां कौन होंगे आमने-सामने

HighLights

  • भाजपा ने 12 सांसदों में से सात को बदला, संप्रग ने भी इतने ही नए चेहरे दिए
  • जमशेदपुर और रांची में मुख्य मुकाबले के नेताओं का सामने आना अभी बाकी

राज्य ब्यूरो, रांची। इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान अधिसंख्य मामलों में मुकाबला नए चेहरों के बीच ही होगा। पुराने प्रत्याशी अगर मैदान में हैं भी तो उनके सामने वाला प्रत्याशी बदल गया है। मुख्य मुकाबले में शामिल दोनों गठबंधनों के सात-सात प्रत्याशी बदले हैं, लेकिन इससे पूरा समीकरण ही बदल गया है।

अब सिर्फ खूंटी एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जहां दोनों पुराने चेहरे मुख्य मुकाबले में होंगे। भाजपा से अर्जुन मुंडा तो कांग्रेस से कालीचरण मुंडा मुख्य मुकाबले में हैं। कालीचरण पिछले चुनाव में महज डेढ़ हजार के करीब वोटों से चुनाव हारे थे। जमशेदपुर और रांची से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा अभी तक संप्रग ने नहीं की है।

भाजपा ने रांची से संजय सेठ को दूसरी बार मौका दिया

दरअसल, तस्वीरों के बदलने का मुख्य कारण रहा है कि कहीं राजग से भाजपा ने उम्मीदवार को बदल दिया तो कहीं संप्रग से कांग्रेस, राजद और झामुमो ने। इस प्रकार जहां-जहां से उम्मीदवारों के नाम बदले हैं, वहां-वहां पूरी की पूरी लड़ाई ही बदल गई है।

कांग्रेस ने अभी तक जितने भी उम्मीदवारों को टिकट दिया है, उनमें से खूंटी के प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ही पुराना नाम है। बाकी सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम बदल गए हैं। रांची से किसी का नाम तय नहीं हुआ है। भाजपा ने रांची से पूर्व सांसद संजय सेठ को दूसरी बार मौका देने का निर्णय लिया है।

कांग्रेस से पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय मैदान में उतरे थे। इस बार उन्हें टिकट मिलने की संभावना कम ही दिख रही है। ऐसे में यहां भी नए चेहरों के बीच मुकाबला होगा। चतरा से कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है तो भाजपा ने भी कालीचरण सिंह को मैदान में उतारा है।

लोहरदगा में कांग्रेस ने फिर सुखदेव भगत पर विश्वास जताया

मुख्य मुकाबले में यही दोनों नेता होंगे। लोहरदगा में कांग्रेस ने एक बार फिर सुखदेव भगत पर विश्वास जताया है हालांकि भाजपा ने उम्मीदवार बदल दिया है और वहां से समीर उरांव का मौका दिया है। हजारीबाग में भी दोनों दलों ने अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। कांग्रेस ने जहां भाजपा छोड़कर आए जेपी पटेल को टिकट दिया है, वहीं भाजपा ने मनीष जायसवाल को टिकट दिया है। इस प्रकार यहां भी नए चेहरों के बीच मुकाबला है।

धनबाद से कांग्रेस ने अनुपमा सिंह को मैदान में उतारा है तो भाजपा भी ढुलू महतो को टिकट दिया है। यहां भी दोनों नए चेहरे हैं। गोड्डा से कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह मैदान में है। यहां भाजपा के निशिकांत दुबे मैदान में हैं। राजमहल से झामुमो के विजय हांसदा एक बार फिर मैदान में हैं तो भाजपा ने उम्मीदवार बदल दिया है।

इसी प्रकार दुमका से भाजपा की सीता सोरेन और झामुमो के नलिन सोरेन के बीच मुख्य मुकाबला है। सिहंभूम से गीता कोड़ा के सामने जोबा मांझी को उतारा गया है तो गिरिडीह से झामुमो ने मथुरा प्रसाद महतो को उतारा है। पलामू से राजद की ममता भुइयां बिल्कुल नया चेहरा हैं तो कोडरमा से वामदलों का प्रतिनिधित्व कर रहे विनोद कुमार सिंह नया चेहरा हैं। इस प्रकार कम से कम 12 लोकसभा क्षेत्राें में मुख्य मुकाबले में खड़े उम्मीदवारों के चेहरे बदल गए हैं।

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