परीक्षा के तनाव में बीआइटी मेसरा के छात्र ने की खुदकशी

सहपाठियों ने कहा पढ़ाई में अच्छा था शक्तिधर, क्यों की आत्महत्या बता नहीं सकते

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 09:41 AM (IST)
परीक्षा के तनाव में बीआइटी मेसरा के छात्र ने की खुदकशी
परीक्षा के तनाव में बीआइटी मेसरा के छात्र ने की खुदकशी

जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी रांची स्थित बीआइटी मेसरा के इंजीनिय¨रग छात्र शक्तिधर त्रिपाठी (21) ने रविवार को फंदे से झूलकर खुदकशी कर ली। पुलिस के मुताबिक शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में परीक्षा के तनाव में खुदकशी की बात कही गई है। हालांकि शिक्षकों और सहपाठियों के अनुसार शक्तिधर पढाई में ठीक था। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। घटना रविवार दिन के करीब 12 बजे की बताई जा रही है।

उत्तरप्रदेश के चित्रकूट जिले के पहाड़ी का रहने वाला छात्र शक्तिधर त्रिपाठी बीआइटी मेसरा में मैकेनिकल इंजीनिय¨रग के थर्ड ईयर का छात्र था। वह संस्थान के हॉस्टल नंबर 12 रूम नंबर 263 में रहता था। बताया जाता है कि पिछले दिनों उसने हॉस्टल बदला भी था। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर बीआइटी मेसरा ओपी पुलिस पहुंची। किन्हीं कारणों से शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। अब सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है।

बीआइटी मेसरा में ही केमिकल इंजीनिय¨रग की पढ़ाई कर रहे उसके चचेरे भाई अंबर त्रिपाठी ने पुलिस को दिए फर्द बयान में बताया है कि उसे हॉस्टल नंबर 12 के विद्यार्थी कृष्णदत्त पांडेय ने जानकारी दी कि उसके भाई शक्तिधर त्रिपाठी ने फांसी लगा ली है। शक्तिधर (21) के पिता चंद्रदत्ता त्रिपाठी हैं और वह थाना पहाड़ी, चित्रकूट, उत्तरप्रदेश के रहनेवाले हैं।

जानकारी मिलने के बाद सभी भागे भागे शक्तिधर के कमरे की ओर भागे और वहां पहुंचने पर देखा कि कमरा अंदर से बंद था। वेंटिलेटर से झांककर देखा तो पाया कि अंदर शक्तिधर फांसी लगाए हुए है। सभी विद्यार्थियों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा और शक्तिधर को फंदे से उतारा। छात्रों की सूचना के बाद पहुंचे बीआइटी कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर और वार्डन डॉ. दिलीप उपाध्याय को दी। ़डॉक्टरों ने जांच के बाद शक्तिधर को मृत घोषित कर दिया।

मम्मी-पापा माफ कर देना.. शव के पास से बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि मम्मी-पापा माफ कर देना। मैं परीक्षा का प्रेशर नहीं झेल पा रहा। परीक्षा की जितनी तैयारी होनी चाहिए नहीं कर पाया। जितना कंसनट्रेशन के साथ पढ़ाई करना था, नहीं कर पाया। लड़की का कोई चक्कर नहीं है, गलत नहीं समझना। मुझे माफ कर देना। अपनी मौत का जिम्मेवार मैं खुद हूं। इस नोट को पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। -- ----

'चचेरे भाई के बयान पर यूडी केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। सुसाइड नोट की जांच की जा रही है।

दयानंद कुमार, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी सदर।

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