Martyr Anurag: रांची पहुंचा वीर सपूत का पार्थिव शरीर, सेना ने दी श्रद्धांजलि

Martyr Anurag. बीते दिन राजस्थान में अपने तीन साथियों की जान बचाने में झारखंड के लाल लेफ्टिनेंट अनुराग शुक्ला की डूबने से मौत हो गई थी। रविवार को उनका पार्थिव शरीर रांची पहुंचा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 05:56 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 06:17 PM (IST)
Martyr Anurag: रांची पहुंचा वीर सपूत का पार्थिव शरीर, सेना ने दी श्रद्धांजलि
Martyr Anurag: रांची पहुंचा वीर सपूत का पार्थिव शरीर, सेना ने दी श्रद्धांजलि

रांची, जेएनएन। राजस्थान के गंगापुर में अपने तीन साथियों की जान बचाने में शहीद हुए झारखंड के लाल अनुराग शुक्ला का पार्थिव शरीर रविवार काेे रांची एयरपोर्ट पहुंचा। इस दौरान रांची एयरपोर्ट पर उनके परिजन और सेना के अधिकारी मौजूद थे। यहां सेना की ओर से शहीद साथी को श्रद्धांजलि दी गई।

शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा देते सेना के जवान।

शहीद को सलामी देते सेना के जवान।

 

शहीद अनुराग शुक्‍ला।

शहीद अनुराग की मां उषा शुक्‍ला।

शहीद जवान के पार्थिव शरीर के दर्शन को यहां बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हैं। राज्य सरकार के मंत्री सीपी सिंह भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे हैं। सोमवार को ङ्क्षसगरा में कोयल नदी के किनारे अनुराग के पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

गंगापुर में पदस्थापित थे अनुराग

बता दें कि सैन्य अधिकारी 23 वर्षीय अनुराग राजस्थान के गंगापुर में पदस्थापित थे। 19 अप्रैल को तैराकी के अभ्यास के लिए साथी जवान डिग्गी में उतरे थे। राइफल मैन सर्वजीत ङ्क्षसह सहित तीन जवान डूबने लगे। उन्हें डूबता देख अनुराग ने खुद की परवाह किए बिना कूद पड़े। तीनों को तो बचा लिए, मगर खुद डूब गए।

दो बहनों का एकलौते भाई

अनुराग अपने माता-पिता के एकलौते पुत्र थे। अनुराग की दो बहनें भी हैं। उनकी मौत की खबर मिलते ही मेदिनीनगर सदर प्रखंड के ङ्क्षसगरा गांव में मातम पसर गया था। एक साल पहले अनुराग की नौकरी लगी थी। अनुराग के दादा स्वर्गीय फणीश्वर शुक्ला पुलिस विभाग में कार्यरत थे। अनुराग की दादी अभी जीवित हैं।

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