रिम्स में नंबरिंग सिस्टम से खुल रहीं निजी एंबुलेंस

रिम्स में दो दिनों से निजी एंबुलेंस सर्विस को लेकर जारी विवाद का हल गुरुवार को निकल आया। अब रिम्स मं नंबरिंग सिस्टम से निजी एंबुलेंस खुल रही हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 11 Jan 2019 07:22 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jan 2019 07:26 AM (IST)
रिम्स में नंबरिंग सिस्टम से खुल रहीं निजी एंबुलेंस
रिम्स में नंबरिंग सिस्टम से खुल रहीं निजी एंबुलेंस
जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स में दो दिनों से निजी एंबुलेंस सर्विस को लेकर जारी विवाद का हल गुरुवार को निकाल लिया गया। अब नंब¨रग सिस्टम से मरीजों को एंबुलेंस की सर्विस दी जा रही है। गुरुवार से सभी एंबुलेंस चालकों ने रिम्स इमरजेंसी गेट के समीप सहायता केंद्र शुरू की। इस केंद्र से ही नंब¨रग सिस्टम से एंबुलेंस सेवा संचालित की जा रही है। बुधवार शाम निजी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल वापस लेने के बाद मरीजों ने राहत की सांस ली। रिम्स अधीक्षक ने लिया जायजा सर्विस शुरू होने के बाद रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने इंमरजेंसी गेट के बाहर लग रहे सहायता केंद्र का जायजा लिया। साथ ही सबको बेहतर तरीके से काम करने की बात कही। पहले दिन लॉटरी के माध्यम से रिम्स में 99 निजी एंबुलेंस का नामांकन किया गया। वहीं बुकिंग के बाद 82 एंबुलेंस ने सेवा दी। निजी एंबुलेंस चालकों ने भी प्रबंधन की नई व्यवस्था को अपने लिए बेहतर बताया है। एंबुलेंस चालकों ने बताया कि नई व्यवस्था के जरिये काम करने से रिम्स इलाज कराने आए मरीजों और उनके परिजनों को भी फायदा होगा। साथ ही इसका फायदा सभी चालकों को मिलेगा। सभी चालक नंब¨रग सिस्टम व्यवस्था के साथ बेहतर रेट पर काम कर सकेंगे। रिम्स से एंबुलेंस की खत्म हुई दलाली : निजी एंबुलेंस चालकों ने बताया कि रिम्स में एंबुलेंस को लेकर दलाली काफी बढ़ गई थी, जिससे बिचौलिये लाभ कमा रहे थे। अब टोकन सिस्टम से एंबुलेंस चलने से इसका सीधा लाभ मरीजों को मिलेगा। सभी रूट के हिसाब से निर्धारित चार्ज पर मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा। मरीज के परिजन सीधे सहायता केंद्र जाकर शुल्क की जानकारी लेकर एंबुलेंस सेवा ले सकते हैं। मल्टी स्टोरेज पार्किग में लगेंगी सभी एंबुलेंस : वहीं चालकों ने बताया कि सभी एंबुलेंस को मल्टी स्टोरेज पार्किग में लगाया जाएगा। लेकिन चार एंबुलेंस मरीजों को सेवा देने के लिए हर समय इमरजेंसी गेट के आसपास खड़ी रहेगी। किसी मरीज को एंबुलेंस की जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी गेट के समीप खड़े वाहन को उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं पार्किग से अगला नंबर का एंबुलेंस को इमरजेंसी गेट पर लगाया जाएगा।
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