Coronavirus से बचाव वाले लिंक पर न करें क्लिक, मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक खाता

Cyber Fraud Alert. कोरोना काल में साइबर फ्रॉड लिंक भेज कर मोबाइल और कंप्यूटर हैक कर रहे हैं। हैक करने के बाद रिमोट के जरिये मनी वॉलेट तक पहुंच बनायी जाती है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2020 12:35 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2020 02:31 PM (IST)
Coronavirus से बचाव वाले लिंक पर न करें क्लिक, मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक खाता
Coronavirus से बचाव वाले लिंक पर न करें क्लिक, मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक खाता

रांची, [फहीम अख्तर]। कोरोना वायरस के खौफ के बीच साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका ढूंढा है। लोगों को ई-मेल, वाट्सएप और टेक्सट मैसेज भेजकर कोरोना से बचाव के टिप्स वाले लिंक भेजे जा रहे हैं। इस लिंक पर क्लिक करते ही आपके खाते साफ हो सकते हैं। साइबर अपराधियों द्वारा लिंक पर क्लिक करते ही लोगों के मोबाइल व कंप्यूटर हैक किए जा रहे हैं। पैसे निकालने की कोशिश भी हो रही है। संबंधित लिंक पर क्लिक करने के बाद मोबाइल में इंस्टॉल मनी वॉलेट हैक कर लिए जाते हैं इसके बाद अवैध ट्रांजेक्शन किया जा रहा है।

साइबर सेल को मिल रहीं शिकायतें

रांची के साइबर सेल और साइबर थाना में लगातार इस तरह की शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। अनिमेष कुमार सिंह ने इसी तरह के लिंक पर क्लिक किया। इसके बाद उनके खाते से 7500 रुपये उड़ा लिए गए। उनके मोबाइल में इंस्टॉल गूगल पे एप से 7500 रुपये ट्रांसफर कर लिया गया। इसी तरह के अन्य मामले भी सामने आ रहे हैं।

साइबर सेल ने जारी की है एडवाइजरी

साइबर थाना रांची और साइबर सेल की पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर ऐसे मैसेज व लिंक से सावधान रहने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी में बताया गया है कि साइबर अपराधी लोगों के मोबाइल पर आने वाली ईमेल, टेक्स्ट मैसेज और पॉप अप के जरिए लिंक भेज रहे हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है।

रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन टूल की भेज रहे लिंक

साइबर अपराधी रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन टूल (आरएटी) के जरिए क्रिम्सन मालवेयर भेज रहे हैं। इसी टूल के जरिए लोगों के कंप्यूटर और मोबाइल को हैक किया जा रहा है। इस लिंक के जरिए कंप्यूटर व मोबाइल को बैकग्राउंड में रहकर साइबर अपराधी रिमोटली एक्सेस कर रहे हैं। रांची की साइबर सेल और साइबर थाने की पुलिस ऐसे मामले की जांच में जुटी है। लिंक भेजने वाले साइबर अपराधियों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।

ठगी के ये तरीके अपना रहे साइबर फ्रॉड कोरोना वायरस से संबंधित लिंक भेजकर मोबाइल को रिमोटली एक्सेस करने की कोशिश। इससे मोबाइल पर कंप्यूटर साइबर अपराधियों के कंट्रोल में आ रहा। कोराना वायरस से बचाव के लिए साइबर अपराधियों ने कोविड लॉक नाम की एप बना ली है। इस एप को इंस्टॉल करवा मोबाइल को रिमोटली एक्सेस किया जा रहा या मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम लॉक कर यूजर से पैसे मांगे जा रहे। साइबर फ्रॉड लोगों को कॉल कर बता रहे कोरोना वायरस की वजह से डिलीवरी नहीं मिलेगी। आपने ऑनलाइन साइट से जो ऑर्डर किया था उसकी एमाउंट वापस होगी। इसके लिए खाते की डिटेल्स देनी होगी। इस तरह डिटेल्स मांगे जा रहे।

बल्क मैसेजिंग एप से मैसेज भेजते हैं फ्रॉड

बल्क मैसेजिंग एप के जरिए साइबर अपराधी लोगों को मैसेज और ई-मेल भेजते हैं। प्ले स्टोर पर बल्क एसएमएस के नाम से एप मौजूद हैं। जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद शुल्क लेकर मैसेज का ऑप्शन दिया जाता है। उसमें सैकड़ों नंबर एक साथ इंपोर्ट कर साइबर अपराधी मैसेज भेजते हैं। मैसेज भेजने वालों का जैसे-जैसे कॉल आता है उनमें ठगी के शिकार होते हैं।

ऐसे बचें फ्रॉड से फ्रॉड द्वारा पूछे जाने पर कतई बैंक की डिटेल शेयर न करें। कोडेड मैसेज शेयर करने पर आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते हैं। इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए अपुष्ट स्रोतों से आने वाले कोडेड मैसेज को कतई फॉरवर्ड न करें। ऐसा करने से आप तुरंत ठगे जा सकते हैं, विशेष परिस्थिति में तत्काल अपने बैंक शाखा से संपर्क कर इसकी जानकारी दे। इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कोई भी ऑनलाइन या मैसेज से प्राप्त लिंक या नंबर को कतई फॉरवर्ड न करें ऐसा करने से आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते है।

केस स्टडी 01

सुखदेव नगर इलाके के इंद्रपुरी में रहने वाले अनिमेष कुमार सिंह के खाते से 7500 रुपये उड़ा लिए गए। सुखदेव नगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। साइबर सेल से भी शिकायत की गई है। इन्होंने कोरोना संक्रमण से संबंधित लिंक पर क्लिक किया था। इसके बाद उनके मोबाइल पर इंस्टॉल गूगल पे ऐप से 75000 रुपये ट्रांसफर कर लिए गए।

केस स्टडी 02

चुटिया इलाके के मुकचुंद टोली में रहने वाले राकेश कुमार के खाते से 53000 रुपये उड़ा लिए गए। कोरोना से बचाओ संबंधित टिप्स वाले लिंक पर क्लिक किया था। इसके बाद उनके खाते से रुपये की निकासी हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

'कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार की लिंक पर क्लिक न करें। कोई खाता की डिटेल्स मांगे तो इससे बचने की जरूरत है। चूंकि साइबर अपराधियों ने अब कोरोना के खौफ का लाभ लेकर ठगी का खेल शुरू कर दिया है। लोग ठगी के शिकार हो सकते हैं।' -सुमित प्रसाद, डीएसपी सह थाना प्रभारी साइबर थाना रांची।

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