PM Cares Fund Fraud: नूर हसन और मो. इस्तेखार ने कोरोना पीड़‍ितों के नाम पर 51 लाख ठगे

PM Cares Fund Fraud हजारीबाग के दो सगे भाइयों ने कोरोना वायरस महामारी में मदद के नाम पर 51 लाख रुपये पीएम केयर नाम पर फर्जी एकाउंट बनाकर उड़ा लिए।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 10 Apr 2020 08:18 PM (IST) Updated:Mon, 13 Apr 2020 05:09 PM (IST)
PM Cares Fund Fraud: नूर हसन और मो. इस्तेखार ने कोरोना पीड़‍ितों के नाम पर 51 लाख ठगे
PM Cares Fund Fraud: नूर हसन और मो. इस्तेखार ने कोरोना पीड़‍ितों के नाम पर 51 लाख ठगे

हजारीबाग, जासं। PM-Cares Fund Fraud वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ने में जहां पूरा देश लगा है, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने इस आपदा को ठगी का जरिया बना लिया है। हजारीबाग में तीन युवकों ने कोरोना पीडि़तों के लिए प्रधानमंत्री के राहत कोष (पीएम केयर्स) के नाम पर मदद मांगते हुए 200 से अधिक लोगों से 51 लाख रुपये की ठगी कर ली। इनमें दो आरोपित सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड युवक फरार है। पीएम केयर्स से मिलते-जुलते नाम से बैैंकों में एकाउंट कैसे खोल दिये गए, पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। दोनों एकाउंट से जिन-जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए है, उन्हें भी फ्रिज कर दिया गया है। गिरफ्तार किये गए दोनों आरोपितों से पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है। सारा खेल फर्जी पीएम केयर्स से मिलते-जुलते नाम की वेबसाइट और बैैंक खाते खोलकर चलाया जा रहा था। लगातार फंड के दूसरे खातों में ट्रांसफर किये जाने से बैैंकों को शक हुआ। इसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ। खाते दो अलग-अलग बैैंकों में खोले गए थे। 

ऐसे की जाती थी ठगी 

ठगों ने पीएम केयर्स से मिलते-जुलते नाम (पीएम केयर रिलीफ फंड) से वेबसाइट बना रखी थी। साथ ही हजारीबाग में पीएनबी और यूनियन बैैंक में इस नाम से दो बैैंक खाते भी खोल रखे थे। लोगों से मदद की अपील करते हुए उन्हें वेबसाइट का लिंक भेजा जाता था और मदद के इच्छुक लोगों से राशि संबंधित खातों में जमा करवा ली जाती थी।  

ऐसे हुआ खुलासा

हजारीबाग मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के लाखे निवासी दो सगे भाइयों नूर हसन और मो. इस्तेखार (पिता मो. सेराजुद्दीन) और ओरिया निवासी परमेश्वर कुमार ने पंजाब नेशनल बैंक की बड़ी बाजार शाखा में 13 जनवरी और यूनियन बैंक में 31 मार्च को दो फर्जी खाते खुलवाए थे। मदद के नाम पर हजारीबाग के 200 लोगों ने पीएनबी में 34 लाख 87 हजार तथा यूनियन बैंक में 17 लाख 701 रुपये मदद के तौर पर जमा किए थे। यह राशि ठग अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। दोनों बैंकों के प्रबंधकों को शक होने पर उन्होंने नौ अप्रैल को सदर थाने में इसकी सूचना दी। इस खाते के वास्तविक धारक के पते पर जब पुलिस गई तो ठगी का मामला सामने आया।

छापेमारी में पुलिस ने एक  कार, अलग-अलग आठ बैंकों के 10 डेबिट कार्ड, 12 पासुबक और चेक समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। इन खातों से सभी पैसे निकाल लिए गए हैं या अन्य खातों में स्थानांतरित किए गए हैं। पुलिस ने लाखे निवासी दो सगे भाइयों नूर हसन और मो. इस्तेखार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि ओरिया निवासी परमेश्वर कुमार फरार है। परमेश्वर कुमार को ही पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। बरामद पासुबक विकास कुमार शर्मा, कशिना खातून, सोनू प्रसाद, परमेश्वर कुमार, इस्तेखार आदि के नाम से हैं। इनके खाते रामगढ़, रांची और हजारीबाग के बैैंकों में हैं। आशंका है कि युवक बड़े पैमाने ठगी कर रहे थे। 

इन फर्जी एकाउंट नंबरों से हुई ठगी

यूनियन बैंक : 5391020109587423 पीएनबी  : 6635000100047154

पीएम केयर्स फंड में ऐसे भेज सकते हैैं सहयोग राशि 

कोई भी व्यक्ति या संस्थान इसके लिए (पीएमइंडिया डॉट जीओवी) बेवसाइट पर जाकर नीचे दिए गए ब्यौरे की मदद से डोनेट कर सकता है।  अकाउंट का नाम : पीएम केयर्स  अकाउंट नंबर :  2121 पीएम 20202  आईएफएससी कोड  : एसबीआइएन 0000691 स्विफ्ट कोड : एसबीआइएनआइबीबी 104  बैंक और ब्रांच का नाम : भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली, मुख्य शाखा  यूपीआई आईडी : पीएमकेयर्स एट द रेट एसबीआइ  

पेमेंट के लिए इन माध्यमों का कर सकते हैं उपयोग

डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड 

इंटरनेट बैंकिंग 

आरटीजीएस/एनईएफटी 

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