पहली बार किसी मंत्री के खिलाफ झारखंड विधानसभा की अवमानना का नोटिस

जमशेदपुर पूर्वी व‍िधानसभा क्षेत्र के विधायक सरयू राय ने स्पीकर से जमशेदपुर पश्‍च‍िमी व‍िधानसभा क्षेत्र के व‍िधायक सह स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्ता के खिलाफ अवमानना के तहत कार्रवाई की मांग की है। मालूम हो क‍ि गुरुवार से झारखंड व‍िधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है।

By M EkhlaqueEdited By: Publish:Thu, 16 Dec 2021 08:56 PM (IST) Updated:Thu, 16 Dec 2021 08:56 PM (IST)
पहली बार किसी मंत्री के खिलाफ झारखंड विधानसभा की अवमानना का नोटिस
झारखंड व‍िधानसभा में मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता पर सरयू राय ने कार्रवाई की मांग की है।

रांची, राज्य ब्यूरो। अमूमन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ विधानसभा की अवमानना से जुड़ी शिकायतें आती हैं, लेकिन झारखंड विधानसभा में राज्य सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता ही अवमानना नोटिस की जद में आ सकते हैं। पहली बार किसी मंत्री के खिलाफ अवमानना का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को दिया गया है।

व‍िधायक सरयू राय ने की है मांग

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने मंत्री के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने विधानसभा के पिछले सत्र में उठाए गए प्रश्न को लेकर मंत्री बन्ना गुप्ता पर भ्रामक उत्तर देकर सदन को गुमराह करने और दोष सिद्ध अधिकारी का बचाव करने का आरोप लगाया है। राय का यह भी कहना है कि कार्रवाई करने की बजाय मंत्री ने अधिकारी को अतिरिक्त प्रभार देकर प्रोत्साहित किया। उनका यह आचरण विधि के विरुद्ध है।

स‍िव‍िल सर्जन के चुनाव लड़ने का मामला

सरयू राय ने सात सितंबर को विधानसभा में पूर्वी स‍िंंहभूम के सिविल सर्जन डा. अरव‍िंंद कुमार लाल को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने पूछा था कि सरकारी सेवा में पोटका के मेडिकल अफसर के पद पर रहते हुए उन्होंने 2005 में झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। सरकार ने इसे स्वीकार किया था और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था।

दोष साब‍ित होने के बावजूद अत‍िर‍िक्‍त प्रभार देने का आरोप

दोष सिद्ध होने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने की जगह इन्हें सिविल सर्जन का अतिरिक्त प्रभार दे दिया। सरयू राय का कहना है कि मंत्री इन्हें खुला संरक्षण दे रहे हैं और इन्हें दंड से बचाने के लिए विधानसभा की अवमानना करने पर उतारू हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की है कि मंत्री के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने का निर्देश दें।

11 विधायकों ने दे रखा है विशेषाधिकार हनन का नोटिस

राज्य में विधायकों की पदाधिकारियों के साथ तकरार बढ़ी है। इसे लेकर 11 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो को विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने का नोटिस दिया है। बरही के विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि जब उन्होंने सीओ से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने गलत व्यवहार किया। वे इससे आहत हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इसके बारे में लिखित जानकारी दी है। विधायक बंधु तिर्की ने भी बीडीओ-सीओ के खराब व्यवहार को लेकर शिकायत की है।

व‍िधानसभा के स्पीकर भी च‍िंंत‍ित, आपत्ति जताई

अधिकारियों के व्यवहार को लेकर विधानसभा में आने वाली विशेषाधिकार हनन की शिकायतों पर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को मर्यादा का पालन करने की नसीहत दी है। विधानसभा का सत्र आरंभ होने के पहले तैयारियों को लेकर आए अधिकारियों से भी उन्होंने इसका जिक्र करते हुए कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों का उचित सम्मान करें।

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