सभी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए समान प्रवेश परीक्षा

रांची : राज्य के सरकारी, सहायता प्राप्त, स्वपोषित तथा निजी बीएड कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम के लिए समान प्रवेश पक्ष्रीना का आयोजन किया जाएगा। सीटों से दोगनी संख्या में अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग रांची विश्वविद्यालय करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Jul 2018 09:35 AM (IST) Updated:Sat, 07 Jul 2018 09:35 AM (IST)
सभी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए समान प्रवेश परीक्षा
सभी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए समान प्रवेश परीक्षा

रांची : राज्य के सरकारी, सहायता प्राप्त, स्वपोषित तथा निजी बीएड कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम में सत्र 2019-21 से दाखिला समान प्रवेश परीक्षा से होगा। परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीईसीईबी) को दी गई है। परीक्षा के बाद काउंसिलिंग होगी। इसकी जिम्मेदारी रांची विश्वविद्यालय को दी गई है।

शुक्रवार को रांची विवि में कुलपति डॉ.रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में सभी डीन व बीएड को-ऑर्डिनेटर की बैठक हुई। इसमें काउंसिलिंग की प्रक्रिया पर चर्चा हुई। सभी से कहा गया कि काउंसिलिंग और फिर इसके बाद आगे नामांकन की प्रक्रिया पर सभी अपनी राय देंगे। 15 दिनों के भीतर फिर से इस मामले पर बैठक होगी। बैठक में प्रोवीसी डॉ.कामिनी कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ.पीके वर्मा, वीमेंस कॉलेज की बीएड को-आर्डिनेटर डॉ. स्मृति सिंह, डोरंडा कॉलेज के डॉ. बीके मंडल सहित सभी डीन थे।

85 प्रतिशत सीटों पर झारखंड के विवि के विद्यार्थी

नामांकन में झारखंड की आरक्षण नीति लागू होगी। आरक्षण के अनुसार सीटें नहीं भरती हैं, तो राज्य सरकार के नियम के अनुसार सीटें दूसरे छात्रों को दी जा सकेंगी। कॉलेजों को 85 फीसद सीटों पर झारखंड के विश्वविद्यालयों से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का नामांकन लेना होगा। शेष 15 फीसद सीटों पर खुला नामांकन होगा। कॉलेजों द्वारा लिए जानेवाले शुल्क का निर्धारण एक शुल्क निर्धारण कमेटी द्वारा किया जाएगा। प्रवेश परीक्षा के लिए शुल्क का निर्धारण झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता द्वारा किया जाएगा।

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काउंसिलिंग में दोगुने छात्र बुलाए जाएंगे

कॉमन इंट्रेंस टेस्ट में शामिल अभ्यर्थियों में कुल उपलब्ध सीटों के दोगुने अभ्यर्थी काउंसिलिंग में बुलाए जाएंगे। दो अभ्यर्थियों के प्राप्तांक टाई होने पर स्नातक के अंक, एनसीसी सर्टिफिकेट तथा जन्म तिथि के आधार पर मेरिट का निर्धारण किया जाएगा।

स्नातक में 50 या स्नातकोतर में चाहिए 55 फीसद

इस कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होने के लिए न्यूनतम 50 फीसद अंक के साथ स्नातक या न्यूनतम 55 फीसद अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। अभ्यर्थी केवल एक विषय का चयन कर सकेंगे, जिसमें उन्होंने स्नातक या स्नातकोत्तर किया है। जिस साल अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण हुए हैं, उसी साल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होने की अनिवार्यता नहीं है।

परीक्षा में निगेटिव मार्किंग

कॉमन एंट्रेंस टेस्ट एक पत्र का होगा, जिसमें तीन विषय समाहित होंगे। कुल सौ अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न पर एक अंक मिलेगा, जबकि एक गलत उत्तर पर 0.25 फीसद अंक काटे जाएंगे। 15 प्रश्न हिंदी, 15 प्रश्न अंग्रेजी भाषा, 40 प्रश्न शिक्षण योग्यता तथा 30 प्रश्न रिजनिंग एबिलिटी से होंगे।

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