डॉल्फिन ग्रुप के खिलाफ अब सीबीआइ करेगी जांच, दर्ज की प्राथमिकी Ranchi News

Jharkhand. चिटफंड घोटाला मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर रांची के जगन्नाथपुर थाने में 21 अप्रैल 2015 को दर्ज प्राथमिकी को सीबीआइ ने टेकओवर किया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 31 Dec 2019 08:36 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jan 2020 08:39 AM (IST)
डॉल्फिन ग्रुप के खिलाफ अब सीबीआइ करेगी जांच, दर्ज की प्राथमिकी Ranchi News
डॉल्फिन ग्रुप के खिलाफ अब सीबीआइ करेगी जांच, दर्ज की प्राथमिकी Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने मंगलवार को चिटफंड कंपनी डॉल्फिन ग्रुप के खिलाफ जगन्नाथपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी को टेकओवर करते हुए नई प्राथमिकी दर्ज की है। इस कंपनी पर जालसाजी कर करोड़ों रुपये के गबन का आरोप है। हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी सीबीआइ के आर्थिक अपराध शाखा रांची के इंस्पेक्टर सुमन कुमार सिंह को सौंपी है।

निवेशकों के पांच करोड़ रुपये लेकर फरार हो गई थी कंपनी

जगन्नाथपुर थाने में 21 अप्रैल 2015  को नन बैंकिंग अभिकर्ता एवं निवेशक सुरक्षा समिति के संदीप कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ही गुरुद्वारा रोड नीचे हटिया के निवासी हैं। तब डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज का दफ्तर जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के नीचे हटिया गुरुद्वारा रोड स्थित नंदन अपार्टमेंट में था। इस कंपनी पर निवेशकों के जमा पांच करोड़ रुपये लेकर फरार होने का आरोप है।

सेबी से लिस्टेड व ज्यादा सूद का लालच देकर फांसा था ग्राहकों को

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कंपनी के मैनेजर व सीनियर्स ने निवेशकों व एजेंटों को बताया था कि डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज सेबी से लिस्टेड है और सूद देती है। कंपनी को 35 साल पुराना बताया गया था। बताया गया था कि कंपनी ने 1993 में सेबी से रजिस्ट्रेशन करवाया है, जो पूरी तरह सुरक्षित है। कंपनी के निवेशकों व एजेंटों को यह जानकारी देकर भारी-भरकम कमीशन का लालच देकर निवेश करवाते थे।

इनसे कंपनी के सीएमडी शुभम बोस व अंदिया पाल से भी मिलवाया गया था, जो कोलकाता के बालीगंज स्थित लीली रॉय सरानी के एससी मार्केट के चौथे तल्ले पर रहते थे। जब कंपनी के एजेंटों ने निवेशकों की जमा राशि की मांग की, तो ये समय से भुगतान करने में खुद को असमर्थ बताने लगे। ऑफिस बंद कर दिया। ऑफिस के सीनियर व मालिकों ने ऑफिस के जरूरी कागजात को ताला तोड़कर चोरी कर लिया और गार्ड को धमकाकर कागजात चुराने की कोशिश की।

इनके खिलाफ दर्ज हुई है प्राथमिकी महावीर महतो : जोनल मैनेजर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, रजरप्पा निवास, हनुमान नगर, बूटी मोड़, रांची। अमित गोस्वामी : मैनेजर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, धनबाद, कतरास। गणेश पांडेय : सीनियर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, कटहलकोचा, बिरसा चौक, रांची। सत्येंद्र सिंह : सीनियर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, चडरी, रांची। सत्येंद्र सिन्हा : सीनियर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, भुनेश्वर क्लिनिक, सिंह मोड़, हटिया। विमल सिंह : सीनियर, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ कंपनीज, इंदिरा कॉलोनी, रांची रोड, मरार, रामगढ़। जेनिथ मार्केटिंग के तत्कालीन निदेशक। एसएन सहाय : जोनल हेड, रामगढ़ रोड, पेट्रोल पंप के बगल में। अन्य अज्ञात।

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