बॉडीगार्ड ने खाली पिस्टल दी, अतेंद्र ने मैगजीन लेकर सीने में उतार ली गोली

Atendra Anvesh. एडीजी तदाशा मिश्र के बेटे अतेंद्र अन्वेष की मौत के मामले में बॉडगार्ड से पूछताछ के बाद इसका डेमाे कर अधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम की गहराई से तफ्तीश की।

By Edited By: Publish:Sat, 29 Dec 2018 06:38 AM (IST) Updated:Sat, 29 Dec 2018 12:02 PM (IST)
बॉडीगार्ड ने खाली पिस्टल दी, अतेंद्र ने मैगजीन लेकर सीने में उतार ली गोली
बॉडीगार्ड ने खाली पिस्टल दी, अतेंद्र ने मैगजीन लेकर सीने में उतार ली गोली

रांची, जासं। एडीजी तदाशा मिश्र के बेटे अतेंद्र अन्वेष की मौत के मामले में बॉडगार्ड दिलीप कुमार सिन्हा ने पुलिस के समक्ष पूरी घटना का डेमो दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह ड्राइवर की बगल वाली सीट पर बैठा था। पीछे की सीट पर ठीक उसके पीछे अतेंद्र बैठे थे। अचानक अतेंद्र ने पीठ पर हाथ रखकर पिस्टल मांगा। बोला कि पिस्टल दो। इस पर जवान दिलीप ने कहा कि क्या करेंगे सर। इसपर अतेंद्र ने कहा कि दो।

जवान ने मैगजीन निकालकर पिस्टल दे दी। खाली पिस्टल देने के बाद अतेंद्र ने मैगजीन मांगी। दबाव देकर मांगने की वजह से दिलीप ने मैगजीन भी दे दी। जैसे ही मैगजीन दिया, वैसे ही अतेंद्र ने उसे पिस्टल में डाला और दाएं हाथ से अपने सीने की बाई ओर सटाकर गोली मार ली। मना करने पर बोले, जितना बोलता हूं सुनो : चलती कार में पिस्टल मांगने पर जवान को एक बार के लिए अटपटा लगा। लेकिन जबरन मांगने पर देना पड़ा। देने के बाद ऐसा हो जाएगा नहीं पता था। डेमो के दौरान जवान के हाथ-पांव भी कांप रहे थे। वह बताने के दौरान काफी सहमा हुआ था। किसी तरह उसने पूरी घटना का जीवंत रूपांतरण कर बताया। सिटी एसपी की मौजूदगी में एफएसएल की टीम ने पूरी डेमो को नोट किया और इसका विश्लेषण किया है।

खून के छीटें चारों ओर बिखरे : गोली मारते ही खून के छींटे आगे की स्टेय¨रग और डैशबोर्ड तक पड़ी। सीट कवर पर चारों तरफ खून के छीटें पड़े हुए थे। सीट पर ही मोबाइल रखा था, उस पर खून लग गया था। कार को झटके से रोका : गोली चलने के साथ ही ड्राइवर जीत राम ने कार को झटके के साथ रोका। घटना हिनू चौक से एयरपोर्ट रोड जाने वाले रास्ते पर हुई। गोली चलने की घटना के बाद आनन-फानन कार को मोड़ कर मेडिका ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने अतेंद्र को मृत घोषित कर दिया।

ब्लड सैंपल, फिंगर प्रिंट के नमूने लिए : एडीजी तदाशा मिश्र की जिस सरकारी स्कॉर्पियो (जेएच-01एजेड-1795) में घटना हुई है उसे खेलगांव ओपी परिसर में रखा गया है। वहां पहले एफएसएल की टीम पहुंची और मौके से ब्लड सैंपल, फिंगर प्रिंट सहित कई नमूने इकट्ठे किए। इसके बाद अंगरक्षक दिलीप कुमार सिन्हा को मौके पर बुलाया गया। मौके पर सिटी एसपी व एफएसएल एक्सपर्ट की मौजूदगी में उसे पूरी घटना की डेमो करवाया गया। जवान से खेलगांव ओपी में पूछताछ : जवान दिलीप कुमार सिन्हा से खेलगांव ओपी में काफी देर तक रखकर पूछताछ की गई। अलग-अलग अधिकारियों ने अलग-अलग एंगल पर सवाल पूछे। जवान को फिलहाल पुलिस हिरासत में रखा गया है।

खून से लाल हुआ सफेद कवर : स्कॉर्पियो की सीट पर लगी सफेद कवर (टावेल) खून से लाल हो गया था। पूरी स्कॉर्पियो में खून के छींटे पड़े हैं। मोबाइल और चश्मा भी सीट पर रखा था जो खून से लाल हो चुके थे। पाव दानी से लेकर शीशे तक खून के छींटे पड़े थे। एफएसएल ने पूरी बारीकी से सैंपल इकट्ठे किए हैं। सीट को भेदते हुए पार हुई गोली : पुलिस ने बताया कि अतेंद्र ने जब खुद को गोली मारी तो गोली शरीर में लगने के बाद सीट को भेदते हुए पार हो गई। पुलिस ने सीट में बने सुराग को जांचा। वहां मौजूद बारूद का कण भी एकत्र किया।

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