नए साल में बदला होगा विधानसभा का नजारा, भाजपा-आजसू विधायक दिखेंगे विपक्षी बेंच पर

Jharkhand Government. झारखंड की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र पुराने भवन में ही होगा। स्पीकर व नेता प्रतिपक्ष को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 02 Jan 2020 07:14 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jan 2020 07:14 PM (IST)
नए साल में बदला होगा विधानसभा का नजारा, भाजपा-आजसू विधायक दिखेंगे विपक्षी बेंच पर
नए साल में बदला होगा विधानसभा का नजारा, भाजपा-आजसू विधायक दिखेंगे विपक्षी बेंच पर

रांची, राज्य ब्यूरो। छह जनवरी से शुरू होनेवाला झारखंड की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र भले ही विधानसभा के पुराने भवन में ही होगा, लेकिन वहां का नजारा इस बार बिल्कुल बदला हुआ होगा। जो विधायक पांच साल तक सत्ता पक्ष के बेंच पर बैठते थे, उनमें से कई इस बार सत्ता पक्ष की सीट के ठीक सामने स्थित विपक्षी खेेमे की बेंच पर बैठेंगे। वहीं, विपक्षी बेंचों पर बैठनेवाले अधिसंख्य विधायक इस बार सत्ता पक्ष की बेंच पर दिखेंगे।

हालांकि पाला बदलकर चुनाव जीतने वाले कुछ विधायक ऐसे भी हैं जिनकी बेंच यथावत रहेगी। लगभग पांच साल बाद झामुमो और कांग्रेस के विधायक इस बार सत्ता पक्ष में बैठेंगे। राजद को यह मौका 10 साल बाद मिला है। इस दल से चुनाव जीतनेवाले एकमात्र विधायक मंत्री पद की शपथ भी ले चुके हैं। दूसरी तरफ, पांच साल बाद विपक्ष में बैठनेवाली भाजपा को अब मजबूत विपक्ष की भूमिका में खुद को साबित करना है। महज दो विधायकों वाले आजसू को भी अपनी भूमिका की तलाश करनी होगी।

हालांकि यह दल विपक्ष की ही भूमिका में होगा। दूसरी तरफ, तीन विधायकों वाला झाविमो और एक विधायक वाली माले ने पहले ही गठबंधन की सरकार को बाहर से समर्थन दे दिया है। पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र छह जनवरी से आठ जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति हो चुकी है। वे शपथ भी ले चुके हैं।

हालांकि स्पीकर पर अबतक गठबंधन दल सहमति नहीं बना पाए हैं। अभी तक स्टीफन मरांडी, सरफराज अहमद, रवींद्र महतो और मथुरा महतो का नाम आगे आ रहा है। दूसरी तरफ, भाजपा अभी तक विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है। इसमें अभी तक सीपी सिंह व नीलकंठ सिंह मुंडा का नाम सामने आ रहा है।

लंबे समय बाद दिखेंगे दो दिग्गज

विधानसभा में दो बड़े दिग्गज लंबे समय बाद दिखेंगे। इनमें बाबूलाल मरांडी और सुदेश महतो शामिल हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री रहे रामेश्वर उरांव पहली बार विधानसभा में दिखेंगे। पहली बार सदन पहुंच रहे विधायकों पर भी सबकी नजर रहेगी। इनमें कई विधायक युवा हैं। वहीं पांच साल बाद वापसी करनेवाले तेजतर्रार विधायक माले के विनोद कुमार पर भी सभी की नजरें रहेंगी।

निर्दलीयलड़कर चुनाव जीतने वाले दो चर्चित विधायकों पर भी सभी की नजरें रहेंगी। इनमें जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय तथा बरकट्ठा के विधायक अमित यादव शामिल हैं। दोनों ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था।

छह महिला विधायक पहली बार दिखेंगी विधानसभा में

इस बार अलग-अलग दलों के टिकट पर चुनाव जीतीं छह महिला विधायक पहली दफा सदन में दिखेंगी। इनमें भाजपा की पुष्पा देवी, झामुमो की सबिता महतो और कांग्रेस की अंबा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह, दीपिका पांडेय तथा ममता देवी शामिल हैं। वहीं, पूर्व मंत्री अपर्णा सेन गुप्ता 10 साल बाद सदन में दिखेंगी। बता दें कि इस बार 10 महिला विधायक चुनाव जीतकर सदन पहुंची हैैं। इनमें छह चेहरे सदन के लिए नए हैैं।

chat bot
आपका साथी