Eid ul-Adha 2020: ईद-उल-अजहा पर नहीं होगी सामूहिक नमाज, एक अगस्‍त को मनाई जाएगी बकरीद

Eid ul-Adha 2020. बुधवार को चांद की 30 तारीख है। यानी गुरुवार से जिलहिज्जा का महीना शुरू हो जाएगा। जिलहिज्जा की 10 तारीख को ईद-उल-अजहा का त्यौहार मनाया जाएगा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 01:30 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 01:44 PM (IST)
Eid ul-Adha 2020: ईद-उल-अजहा पर नहीं होगी सामूहिक नमाज, एक अगस्‍त को मनाई जाएगी बकरीद
Eid ul-Adha 2020: ईद-उल-अजहा पर नहीं होगी सामूहिक नमाज, एक अगस्‍त को मनाई जाएगी बकरीद

रांची, जासं। Eid ul-Adha 2020 ईद-उल-अजहा  का त्यौहार एक अगस्त को मनाया जाएगा। कुर्बानी के इस त्योहार पर इस साल कोरोनावायरस इसलिए इस साल मस्जिदों में ईद उल अजहा की नमाज सामूहिक नमाज नहीं हो पाएगी। उलेमा ने अपने अपने घरों में शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए नमाज अदा करने की अपील की है। रांची में ज़िल्हीज्जा महीने का का चांद मंगलवार को नज़र नहीं आया। बुधवार को चांद की 30 तारीख है। यानी गुरुवार से जिलहिज्जा का महीना शुरू हो जाएगा।

जिलहिज्जा की 10 तारीख को ईद-उल-अजहा का त्यौहार मनाया जाएगा। इसके लिए लोग तैयारी कर रहे हैं। कुर्बानी के लिए बकरों की खरीद-फरोख्त का काम शुरू हो गया है। लोग नए कपड़े भी सिलवा रहे हैं। इमारत शरिया के काजी अनवर कासमी बताते हैं कि ईद-उल-अजहा का त्यौहार नबी हजरत इस्माइल की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। हजरत इस्माइल के पिता नबी हजरत इब्राहिम ने ख्वाब देखा था कि वह अपने बेटे को ईश्वर की राह में कुर्बान कर रहे हैं।

इसके बाद वह अपने बेटे हजरत इस्माइल को लेकर उनकी कुर्बानी करने के लिए मैदान में गए। अपनी आंख पर पट्टी बांधकर हजरत इस्माइल को जमीन पर लिटा दिया। उसके बाद हजरत इस्माइल की कुर्बानी करने के लिए उनके गले पर छुरी चलाई। लेकिन ईश्वर ने हजरत इस्माइल की जगह एक दुंबा (भेड़) भेज दिया और हजरत इस्माइल की जान बच गई। इसी खुशी में यह त्यौहार मनाया जाता है।

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