झारखंड में 50 करोड़ की दवा सड़ने के मामले की जांच करेगा एसीबी

Anti Corruption Bureau झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोक्योरमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन अधिकारियों-कर्मियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बेवजह 50 करोड़ रुपये मूल्य की गैर जरूरी दवाएं खरीद लीं जो गोदाम में ही सड़ गईं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 09:49 AM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 09:49 AM (IST)
झारखंड में 50 करोड़ की दवा सड़ने के मामले की जांच करेगा एसीबी
यह मामला वर्ष 2018 में उजागर हुआ था।

राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड में 50 करोड़ रुपये मूल्य की दवा सडऩे के मामले में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। इस मामले में झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (जेएमएचआइडीपीसीएल) नामकुम के तत्कालीन अधिकारियों-कर्मियों को आरोपित किया गया है। यह मामला खरीदी गई दवाओं के रख-रखाव व जिलों में आपूर्ति आदि से संबंधित है। आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने बेवजह 50 करोड़ रुपये मूल्य की गैर जरूरी दवाएं खरीद लीं, जो गोदाम में ही सड़ गईं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने सीख नहीं ली और दवाओं की खरीद जारी रखी। आयरन, फोलिक एसिड टेबलेट आदि की जरूरत नहीं होने के बावजूद दवाएं व सीरप भारी मात्रा में खरीदी गई थी। यह मामला वर्ष 2018 में उजागर हुआ था, लेकिन इसकी जांच नहीं हो रही थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामला संज्ञान में आते ही इसी 20 सितंबर को एसीबी को पूरे मामले की जांच का आदेश दिया था। मुख्यमंत्री के आदेश पर एसीबी ने इस मामले में विधिवत पीई दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

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