शॉर्ट लर्निग एवं ई-लर्निग सेशन से पढ़ाई के साथ मनोरंजन भी

कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में सभी स्कूल बंद है। इसमें जेवीएम श््यामली बच्चों की पढाई ई लर्निग से करा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Apr 2020 07:50 PM (IST) Updated:Mon, 27 Apr 2020 07:50 PM (IST)
शॉर्ट लर्निग एवं ई-लर्निग सेशन से पढ़ाई के साथ मनोरंजन भी
शॉर्ट लर्निग एवं ई-लर्निग सेशन से पढ़ाई के साथ मनोरंजन भी

जागरण संवाददाता, राची : कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में सभी स्कूल बंद है। शैक्षिक सत्र शुरू होने में भी देरी हो रही है। इस स्थिति में बच्चों को संभालना एवं उनकी बोरियत दूर करना एक चुनौती बन गई है। जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के सभी शिक्षक छात्रों के बीच सेतु क्लासेज एवं वीडियो ट्यूटोरियल के द्वारा नवीन ऊर्जा का संचार कर स्व-शिक्षण के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कक्षा दसवीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए गणित एवं विज्ञान के शिक्षकों ने वीडियो ट्यूटोरियल तैयार किया है। पाठ्यगत विषय से संबंधित इन छोटे-छोटे वीडियो क्लिप को देखकर विद्यार्थी पाठ को बेहतर तरीके से समझ रहे हैं । सेतु वाट्सएप गु्रप बनाया

कक्षा तीन से पाचवीं तक के बच्चों के लिए सेतु वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इसमें प्रतिदिन 11:30 बजे से अपराह्न 1:15 बजे तक क्विज, ड्रा एवं कलर, स्टोरी टेलिंग आदि विषय से संबंधित वॉइस रिकॉर्ड, क्राफ्ट एवं संबंधित क्रियाकलाप की पठन सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। बच्चों की समस्या का समाधान अपराह्न 5:30 से 6:30 बजे उसी दिन डाउट क्लास में ऑन-लाइन कर दिया जाता है। बच्चों के साथ अभिभावक भी सहज रूप में अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। शिक्षक बच्चों के लिए गूगल से अलग-अलग चित्र उठाकर, उनका एनिमेशन तैयार कर मनोरंजक एवं ज्ञानवर्धक वीडियो आदि भी उपलब्ध करा रहे हैं। प्रतिदिन समय-सारणी के हिसाब से संबंधित विषय शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा वर्कशीट एवं उत्तरपुस्तिका भी उपलब्ध कराई जा रही है। इससे पढ़ाई का संतुलन बना हुआ है। छोटे बच्चे अपनी टीचर की आवाज को बखूबी पसंद करने लगे हैं।

अभी अभिभावक ही शिक्षक

प्राचार्य समरजीत जाना ने कहा कि कोरोना काल में माता-पिता ही बच्चों के वर्चुअल शिक्षक हैं। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि लॉकडाउन में होलीडे के मूड में न रहें, बल्कि बच्चों के साथ मिलकर प्रतिदिन ध्यान, योग एवं शारीरिक अभ्यास करें। बच्चों के लिए एक रूटीन बनाएं जिसमें मनोरंजन, पढ़ाई और खेलने जैसी चीजें शामिल हो। ध्यान रखें कि बच्चा इंटरनेट का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है। साथ ही साथ कोरोना वायरस या किसी मुद्दे पर उनसे सकारात्मक बातचीत करते रहें जिससे कि बच्चों के स्वभाव में चिढ़चिढ़ापन न आए।

chat bot
आपका साथी