प्राइवेट प्रैक्टिस के चक्कर में देरी से अस्पताल में पहुंचने वालों पर होगी कार्रवाई

विभागाध्यक्षों के साथ रिम्स के अपर निदेशक ने की बैठक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 09:11 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 09:11 PM (IST)
प्राइवेट प्रैक्टिस के चक्कर में देरी से अस्पताल में पहुंचने वालों पर होगी कार्रवाई
प्राइवेट प्रैक्टिस के चक्कर में देरी से अस्पताल में पहुंचने वालों पर होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स के अपर निदेशक अमित कुमार ने सभी विभागाध्यक्षों के संग बैठक निर्देश दिया कि वे चिकित्सकों को चिह्नित करें, जो प्राइवेट प्रैक्टिस के कारण विलंब से अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सक नन प्रैक्टिसिंग एलाउंस ले रहे हैं, इसलिए वह प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं। अगर ऐसा करते हैं, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। -----

संक्रमणमुक्त हो ओटी, एक से 10 तारीख के बीच हो स्वाब की जांच अपर निदेशक ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग को निर्देश दिया कि वह नियमित ओटी की स्वाब जांच कराए, ताकि ओटी संक्रमण मुक्त रहे। अब तक विभिन्न विभागों के कहने पर ओटी से स्वाब जांच ली जाती थी। पर अब ऐसा नहीं होगा। बल्कि विभाग को निर्देश दिया गया कि विभागवार तिथि का निर्धारण करें और प्रत्येक माह स्वाब की जांच होगी। माह के एक से तारीख के बीच स्वाब लिया जाएगा। -----

चिकित्सकों ने कहा कि संसाधनों की है कमी विभागों में बैठक में चिकित्सकों ने कहा कि विभाग में स्टाफ कमियां है, जिनके कारण चिकित्सकीय कार्य में असुविधा होती है। इसलिए उन्होंने इन मांगों को पूरा करने की मांग की। इस पर अपर निदेशक ने कहा कि विभाग में किन-किन स्टाफ की कमियां है, इनकी सूची तैयार करें। जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी में दर्ज कराएं हाजिरी अपर निदेशक ने विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया कि इमरजेंसी वार्ड या वार्ड में तैनात जूनियर डॉक्टरों की हाजिरी जरूर दर्ज कराएं, ताकि यह पता चल सके कि किन-किन डॉक्टरों द्वारा ड्यूटी की गई है, क्योंकि विभागाध्यक्ष द्वारा लगाया जाता है, इसलिए जानकारी प्रबंधन को रहना जरूरी है। एक सप्ताह में लगाएं मेडिकल कैंप अपर निदेशक ने सलाह दी कि एक सप्ताह में मेडिकल कैंप जरूर लगाएं, स्वच्छता सेवा दिवस को देखते हुए यह कैंप लगाया जाए, ताकि जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके। 17 से 25 सितंबर तक मेडिकल कैंप लगाया जाएगा।

मरीजों को सरकारी योजनाओं से कराएं रूबरू अपर निदेशक ने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि वह सरकारी योजनाओं से मरीजों को रूबरू कराएं। इलाज के दौरान उन्हें इसकी जानकारी दे सकते हैं। इससे मरीजों में जागरूकता होगी और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। इस मौके पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

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