कैमरे में कैद हुईं 3.5 लाख गाड़‍ियां, रांग ड्राइविंग में 444 वाहनों के चालान कटे

Traffic. यातायात पुलिस ने मंगलवार से विधिवत ऑटोमैटिक कैमरे से चालान काटना शुरू किया। पहले दिन 444 लोगों का चालान काटा गया।

By Edited By: Publish:Wed, 02 Jan 2019 06:41 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jan 2019 12:27 PM (IST)
कैमरे में कैद हुईं 3.5 लाख गाड़‍ियां, रांग ड्राइविंग में 444 वाहनों के चालान कटे
कैमरे में कैद हुईं 3.5 लाख गाड़‍ियां, रांग ड्राइविंग में 444 वाहनों के चालान कटे

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। यातायात पुलिस ने मंगलवार से विधिवत ऑटोमैटिक कैमरे से चालान काटना शुरू कर दिया है। नववर्ष के पहले दिन यानी एक जनवरी को शाम सात बजे तक पुलिस के कैमरे में 336283 गाड़ियों के नंबर प्लेट कैद हो गए। इन गाड़ियों में 40665 गाड़ियों के नंबर लाल सिग्नल तोड़ने के मामले में संदिग्ध हैं, जिनकी छानबीन में अब तक केवल 444 गाड़ियों के चालान कटे हैं।

अब भी 37549 गाड़ियों के सिग्नल तोड़ने के मामले की जांच बाकी है। यातायात पुलिस ने 1263 वाहनों को गलत दिशा में पाया है, जिनके विरुद्ध चालान कटा है। दो जगहों पर सिग्नल ने दिया धोखा जिले में दो जगहों पर यातायात सिग्नल ने धोखा दिया। बिजली कटने से सिग्नल काम नहीं किया, जिसके चलते रुक-रुककर चालान कटा। इस व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है, ताकि लाइट कटने के बाद भी लाइन व कैमरे चलते रहें।

एसपी यातायात अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि लाल सिग्नल जलने पर ही कैमरा भी स्वत: एक्टिवेट मोड में आ जाता है। जहां खामियां मिली, उसे दुरुस्त करने की कोशिश जारी है। यहां-यहां शुरू हो गया है ऑटोमेटिक चालान सिस्टम जेल चौक, अरगोड़ा चौक, सर्जना चौक, सुजाता चौक, करमटोली चौक, सहजानंद चौक, हिनू चौक, कचहरी चौक, बूटी मोड़ चौक, रातू रोड चौक, एजी मोड़ चौक, सिरमटोली चौक व लालपुर चौक।

170 जगहों पर पूरे शहर में लगा है सिटी सर्विलांस सिस्टम : रांची में 170 जगहों पर उच्च गुणवत्ता के कैमरे लगाए गए हैं। इसपर करीब 51 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें 16 स्थानों में रेट लाइट वायलेशन डिटेक्टशन (आरएलवीडी) कैमरा लगाए गए हैं। इनके माध्यम से चालान काटने की शुरुआत पहली जनवरी से की गई है।

अब भी यातायात पुलिस को नहीं मिली साढ़े तीन करोड़ की राशि जिले में गत वर्ष यातायात पुलिस ने ई-चालान से करीब सात करोड़ रुपये का चालान काटा। इसमें केवल साढ़े तीन करोड़ रुपये ही यातायात पुलिस को मिले। अब भी साढ़े तीन करोड़ रुपये यातायात पुलिस को नहीं मिले हैं, जबकि चालान नियम तोड़ने वालों के घर भेजे भी गए हैं। इस मामले में यातायात पुलिस अब वाहन चालकों के विरुद्ध न्यायालय की प्रक्रिया पूरी करने वाली है।

chat bot
आपका साथी