झारखंड आंदोलन की बुनियाद थे बिनोद बिहारी महतो

छऊ नृत्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन गोला किसान हाई स्कूल में गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने निर्माणाधीन भवन की ढलाई में भाग लिया। उन्होंने पहली कड़ाही का मसाला डालकर ढलाई प्रारंभ किया। उन्होंने कहा कि यहां के छात्र छात्रायें काफी मेहनती और लगनशील हैं जिसका बेहतर परिणाम मिलता है। भवन की कमी से बच्चों को थोड़ी दिक्कत थी। बताया गया कि विधायक मद से दो कमरों का निर्माण कार्य 12 लाख की लागत से किया जा रहा है। मौके पर प्रमुख जलेश्वर महतोआजसू जिला उपाध्यक्ष दिनेश कुमार महतोजगत महतोजिप सदस्य कपिल मुंडानिहार रंजनटेकलाल महतोकैलाश महतो मोती महतोभगीरथ महतो त्रिभुवन महतोधूमा महतोमहानन्द महतो महेश कुर्मी राजेश महतोसंजय महतोदिनेश्वर महतोबालगोविन्द महतो आदि लोग मौजूद थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Sep 2019 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 23 Sep 2019 10:02 PM (IST)
झारखंड आंदोलन की बुनियाद थे बिनोद बिहारी महतो
झारखंड आंदोलन की बुनियाद थे बिनोद बिहारी महतो

संवाद सूत्र, गोला (रामगढ़) : गोला प्रखंड के हेमतपुर में कुरमी समाज की ओर से सोमवार को स्व. विनोद बिहारी महतो की जयंति मनाई गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी थे। उन्होंने विनोद बाबू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। कहा कि विनोद बाबू झारखंड को अलग राज्य बनाने का सपना देखते थे। तब उन्होंने आंदोलन की बुनियाद रखकर आंदोलन की अगुआई की। आंदोलन को मजबूत किया, इसके साथ ही शिक्षा के लिए युवा वर्ग को प्रेरित करते रहे, उन्होंने जल,जंगल व जमीन का नारा देकर समाज को उन्होंने जगाने का काम किया था। झारखंड के लिए दुर्भाग्य रहा कि अलग राज्य आंदोलन को मझधार मे छोड़ अचानक उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका सपना अंतत: पूरा हुआ और दशकों से चले आंदोलन के बाद झारखंड वासियों को 15 नवंबर 2000 में नये राज्य की सौगात मिली।

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स्व. विनोद बाबू ने दिया था पढ़ो और लड़ो का नारा संवाद सूत्र, वेस्ट बोकारो (रामगढ़): मांडू प्रखंड अंतर्गत सोनडीहा मंडाटांड में आजसू छात्र संघ के विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रवक्ता उमेश कुमार के नेतृत्व में आजसू कार्यकत्र्ताओं ने झारखंड अलग राज्य के लिये बिगुल फूंकने वाले योद्धा स्व.विनोद बिहारी महतो की 96 वीं जयंती मनायी। इस अवसर पर आजसू कार्यकत्र्ताओं ने विनोद बाबू को याद करते हुए मौन धारण कर उनके चित्र पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उपस्थित कार्यकत्र्ताओं को संबोधित करते हुए विभावि प्रवक्ता उमेश कुमार ने कहा कि स्व. विनोद बिहारी महतो झारखंड राजनीति के भीष्म पितामह व सर्वमान्य नेता थे। छात्र जीवन से ही वे झारखंड आंदोलन में कूद पडे़। पढ़ो और लड़ो के नारे के साथ उन्होंने सामाजिक क्रांति लाई। वर्तमान परि²श्य में उनके आदर्श व सिद्धांत प्रासंगिक हैं। 

उपस्थित कार्यकत्र्ताओं ने उनके आदर्शों को आत्मसात कर उनके सपनों के झारखंड निर्माण में महती भूमिका निभाने का संकल्प  लिया। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से मांडू ओबीसी प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार महतो, जुगल महतो, नारायण महतो, महेश पटेल, बालदेव कुमार, गौरव कुमार, रंजीत कुमार, नान्हेश्वर पटेल, रंजीत कुमार, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे।

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