बच्चों ने गुप्त मतदान कर खोला ओडीएफ का राज

स्वच्छता मतदान से पता चला कि कंडेर पंचायत में 53 घरों में नही हैं शौचालय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 11:13 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 11:13 PM (IST)
बच्चों ने गुप्त मतदान कर खोला ओडीएफ का राज
बच्चों ने गुप्त मतदान कर खोला ओडीएफ का राज

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : जिला राज्य में ओडीएफ होने का गौरव प्राप्त कर अपने नाम तगमा लगा लिया। इससे इतर सच्चाई धरातल पर उतरी या नहीं यह राज बच्चों ने शनिवार को खोल दिया। मॉडल उत्क्रमित उच्च विद्यालय सिउर में स्कूली बच्चों द्वारा स्वच्छता मतदान की स्थिति के आयोजन से पता चला कि कंडेर पंचायत में 53 घरों में शौचालय आज भी नहीं है। यह सच्चाई स्कूली बच्चों द्वारा मत पत्र के माध्यम से अपनी जानकारी मतपेटी में मतदान पत्र डाला कर दिया। विद्यालय में स्वच्छता मतदान के तहत गांव के शौचालय है या नहीं, उपयोग होता है या नही, बैलट पेपर के जरिए बच्चों ने अपने घर का के छुपे राज को खोल दिया। स्कूल के 515 बच्चों में 316 बच्चों ने मतपत्र मत पेटी में डाला। विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रदीप रजक द्वारा बताया गया कि यह मतदान शौचालय एवं स्वच्छता की आदतों को जानने के उद्देश्य आयोजित किया गया है, ताकि स्वच्छता के मामले में परिवारों की वास्तविकता की स्थिति सामने आ सके और वहां जाकर सुधार किया जा सकें। मतदान की प्रक्रिया बिल्कुल मतदान की तरह ही रहा। मत पेटियां, मत पत्र और उंगली पर काला निशान लगाना आदि सभी व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। विद्यार्थियों ने मतपत्र पर मांगी गई जानकारियों को भरते हुए मत पेटी में अपना मत डाला। मतदान को लेकर उत्साह देखते ही बन रहा था। मतदान के लिए प्रति बच्चों में काफी उत्साह दिखा और बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। निर्देश के बिना ही कतार बंद होकर अपनी बारी के इंतजार में लगे रहे। शिक्षक धनेश्वर राम और किशोरी महतो मतदान अधिकारी की भूमिका निभा रहे थे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रदीप रजक ने शौचालय के उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा की खुले में शौच नहीं करने और शौचालय का नियमित उपयोग करने और हमेशा साफ-सफाई से रहने के लिए बच्चों को संकल्प दिलाया। 87 बच्चों ने कहा मुझे गर्व है कि मेरे परिवार का कोई भी सदस्य खुले में शौच नहीं जाता है। स्वच्छता की सच्चाई को मतदान के माध्यम से बच्चों ने अपना मत रखा। वहीं 26 ऐसे घरों को पता चला कि घरों में शौचालय रहते हुए भी लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं। जबकि 53 घरों में शौचालय नहीं है।

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प्लीज सर, शौचालय बनवा दीजिए, बहुत दिक्कत है

नवम व दसवीं वर्ग की छात्राओं ने शौचालय के विशेष मांग पर जोर देते हुए कहा कि प्लीज सर, शौचालय बनवा दिजीए, बहुत दिक्कतें होती हैं। जिन बच्चों ने शौचालय की मांग की है उनमें से किरण कुमारी, अनिता कुमारी, नीतू कुमारी , पुष्पा कुमारी, पैरों कुमारी, संगीता कुमारी, सरिता कुमारी, आशा कुमारी, मोनिका कुमारी, अनिता कुमारी, पूजा कुमारी, ¨पकी कुमारी, काजल कुमारी, सुषमा कुमारी, संगीता कुमारी, सरिता कुमारी, शालू कुमारी, बबीता कुमारी, मनीता कुमारी, यशोदा कुमारी सहित 53 छात्र-छात्राओं ने शौचालय नहीं होने की बात कही, और शौचालय बनवाने का अनुरोध किया।

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