रांची से पतरातू तक के सफर में उलझा छात्रा की मौत का रहस्य
संवाद सूत्र पतरातु थर्मल (रामगढ़) झारखंड के गोड्डा जिले से मेडिकल की पढ़ाई करने आइ
संवाद सूत्र, पतरातु थर्मल (रामगढ़) : झारखंड के गोड्डा जिले से मेडिकल की पढ़ाई करने आई हजारीबाग मेडिकल कालेज के प्रथम वर्ष की छात्रा की मौत का रहस्य छह दिनों बाद रविवार तक नहीं खुल सका। हालांकि राज्य के डीजीपी ने दावा किया है कि 72 घंटे के अंदर इस घटना की गुत्थी सुलझा ली जाएगी। गत मंगलवार की सुबह मेडिकल कालेज की छात्रा का हाथ पैर बंधा शव पतरातू डैम से बरामद किया गया था। घटनास्थल के पास झाड़ी से पिट्ठू बैग से कई सामान भी बरामद हुआ था। परंतु पुलिस लगातार छात्रा के एंड्राइड फोन की तलाश कर रही है। छात्रा हजारीबाग स्थित हॉस्टल से निकलने के बाद रांची आने तक की सारे इंटरनेट मीडिया के शेयर किए गए डिटेल्स को पुलिस ने बरामद कर लिया है। परंतु उसका रांची से पतरातू तक का सफर पुलिस के लिए अभी भी रहस्य बना हुआ है। छात्रा की डेथ मिस्ट्री को सुलझाने के लिए स्वयं हजारीबाग प्रक्षेत्र के डीआइजी एवी होमकर समेत हजारीबाग व रामगढ़ के एसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारी नजर रखे हुए हैं। एसआइटी टीम भी जांच कर रही है। पुलिस द्वारा हजारीबाग, रांची से लेकर पतरातू तक के सभी चौक चौराहों होटलों व अन्य संदिग्ध स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जा रहा है। शुक्रवार को शव मिलने वाले स्थान व उसके बैग मिलने के स्थान को पुलिस ने जेसीबी की मदद से साफ करा कर सुराग तलाशने की कोशिश की। इससे पहले भी पुलिस द्वारा गोताखोरों की मदद से डैम से कई बार तलाशी कराई गई लेकिन अभी तक पुलिस खाली हाथ ही है।
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डैम पर पर्यटन हुआ प्रभावित
मेडिकल छात्रा की मौत की खबर पूरे झारखंड में आग की तरह फैल गई। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव पतरातू डैम के पर्यटन पर पड़ा है। साल के जनवरी महीने में हर एक रविवार को पतरातू डैम पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती थी। इस वर्ष भी बीते दो रविवार को पतरातू डैम का कोना- कोना पर्यटकों से खचाखच भरा था। परंतु इस रविवार को पतरातू डैम पर पर्यटकों की संख्या काफी कम देखी गई।