लाभुक को पता नहीं, कागज पर शौचालय बना निकाल ली राशि

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर खुले में शौच से देश को मुक्ति दिलाना प्रधानमंत्री का सपना है। इसी उद्दे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2020 07:16 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2020 07:16 PM (IST)
लाभुक को पता नहीं, कागज पर शौचालय बना निकाल ली राशि
लाभुक को पता नहीं, कागज पर शौचालय बना निकाल ली राशि

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : खुले में शौच से देश को मुक्ति दिलाना प्रधानमंत्री का सपना है। इसी उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर से सुदूर क्षेत्र तक युद्ध स्तर पर शौचालय का निर्माण कराया गया। कई पंचायतों के ओडीएफ घोषित होने के बावजूद वहां शौचालय बना ही नहीं। वहीं कई जगहों पर शौचालय तो नहीं बने लेकिन फर्जी तरीके से पैसे की निकासी कर ली गई। ऐसा ही मामला पलामू के पाटन थाना क्षेत्र अंतर्गत नौडीहा पंचायत में मिला है। यहां पूर्व सैनिक समेत कई लोगों को शौचालय का लाभुक बता पैसे निकाल लिए गए। इनमें पूर्व सैनिक रंजीत सिंह, शांति देवी, आशा देवी, सुषमा देवी, बसंती देवी, पूनम देवी, फूलकुवर देवी, रोजन अंसारी आदि शामिल हैं। उन्होंने पलामू के उपायुक्त को आवेदन देकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। मामला वित्तीय वर्ष 2017-18 का है। नौडीहा पंचायत में उस वर्ष शौचालय निर्माण कराने वाली एजेंसी और पंचायत प्रतिनिधि के स्तर से 872 शौचालयों निर्माण का दावा किया गया। भुक्तभोगी लाभुक पूर्व सैनिक रंजीत सिंह ने बताया कि शौचालय योजना की सूची देखी तो दंग रह गए। सरकारी कागज के हवाले से बतौर लाभुक उन्हें 12 हजार रुपये मिल गए हैं, जबकि हकीकत इससे परे है। उन्हें कभी कोई पैसा नहीं मिला। उन्होंने बताया है कि मुखिया की ओर से शौचालय निर्माण के लिए आधार कार्ड व पासबुक की छायाप्रति मांगी गई थी। देने के बावजूद आज तक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका। पूछने पर मुखिया ने बताया कि आपको शौचालय नहीं मिल सकता। जबकि प्रखंड कार्यालय बताता है कि उनके नाम पर शौचालय आवंटित हुई और कार्य पूर्ण हो चुका है। यही कहानी अन्य लाभुकों की है।

बाक्स..क्या कहते हैं बीडीओ

पाटन प्रखंड के नौडीहा पंचायत में वित्तीय वर्ष 2017-18 में शौचालय निर्माण के नाम पर अनियमितता बरतने की शिकायतें मिल रही थी। इस मामले में टीम गठित की गई है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी।

प्रभाकर मिर्धा, बीडीओ, पाटन, पलामू। बाक्स..क्या कहते हैं मुखिया

जिला व प्रखंड स्तर पर गठित टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। रंजीत सिंह का नाम सूची में है। उनके नाम पर राशि की निकासी नहीं हुई है।

जयंती सिंह, मुखिया, नौडीहा, पाटन, पलामू।

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