आदर्श की प्रतिमूर्ति थे महाराज जरासंध : सुदेश

मेदिनीनगर : जरासंध महाराज आदर्श के प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपनी शक्ति के बल पर चक्रवर्ती की उपाधि

By Edited By: Publish:Wed, 25 Nov 2015 06:55 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2015 06:55 PM (IST)
आदर्श की प्रतिमूर्ति थे महाराज जरासंध : सुदेश

मेदिनीनगर : जरासंध महाराज आदर्श के प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपनी शक्ति के बल पर चक्रवर्ती की उपाधि प्राप्त की थी। उक्त बातें अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने कही।

वे बुधवार को स्थानीय जिला स्कूल के प्रशाल में महासभा के बैनरतले आयोजित चक्रवर्ती सम्राट जरासंध जी की जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

इससे पहले अतिथियों ने संयुक्त रूप से जरासंध महाराज की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। नगर परिषद के उपाध्यक्ष परमेंदर कुमार उर्फ बाबू ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। समारोह की अध्यक्षता डॉ. राजी व संचालन रामानुज प्रसाद ने किया। समारोह में महासभा के जिला अध्यक्ष बीरेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि शिक्षा के बिना समाज का उत्थान संभव नहीं है। समारोह में शेलेंद्र कुमार शैलू, दीपक कुमार, डा महेंद्र वर्मा, डा गणेश, शंभू चंद्रवंशी, भीम प्रसाद, कामेश प्रसाद, रघु राम, वशिष्ट कुमार कश्यप, राम नरेश राम, अरूण कुमार, बबलू सहित कई लोगों ने संबोधित किया।

मौके पर अनिल कुमार ¨सह,बशिष्ट कुमार कश्यप,अरूण कुमार चंद्रवंशी,विजय वर्मा,श्यामनंदन वर्मा समेत बड़ी संख्या में समाज के स्त्री-पुरूष शामिल थे।

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प्रतियोगिता में दिखाया जौहर

मेदिनीनगर : जरासंध जयंती के अवसर पर जिला स्कूल के प्रशाल में आयोजित समारोह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई गई हैं। इसमें शामिल हुए प्रतिभागियों ने रंगोली, मेहंदी व क्विज के माध्यम से जौहर दिखाएं। रंगोली प्रतियोगिता में रिया कुमारी को प्रथम व माही वर्मा को दूसरा स्थान हासिल हुआ। इसी तरह मेहंदी प्रतियोगिता में सारिका वर्मा को प्रथम, ज्योति कुमारी को द्वितीय व माही वर्मा को तृतीय स्थान मिला। क्विज प्रतियोगिता में रजत कुमार को पहला, यश राज को दूसरा व अनुराग और सरिता को तीसरा स्थान का पुरस्कार नवाजा गया।

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