एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या का मुख्य अभियुक्त था ताला दा
पाकुड़: दुमका के छातुपाड़ा में रविवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड में मारा गया कुख्यात नक्सली स
पाकुड़: दुमका के छातुपाड़ा में रविवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड में मारा गया कुख्यात नक्सली सहदेव राय उर्फ ताला दा पाकुड़ के एसपी रहे अमरजीत बलिहार की हत्या का मुख्य अभियुक्त था। दुमका में बैठक से लौटने के दौरान काठीकुंड में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार सहित पांच पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या कर दी थी। ताला दा इस कांड का मुख्य अभियुक्त था। पुलिस के अनुसार एसपी अमरजीत बलिहार को ताला दा ने ही गोली मारी थी। ताला दा पर पुलिस ने 10 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। विदित हो कि 2 जुलाई 2013 को एसपी अमरजीत बलिहार दुमका मी¨टग से पाकुड़ वापस लौट रहे थे। इसी बीच काठीकुंड थाना के जमनी मोड़ के समीप एसपी की गाड़ी पहुंचते ही नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फाय¨रग शुरु कर दी।
एसपी समेत छ: हो गए थे शहीद
इसमें एसपी सहित अंगरक्षक चंदन थापा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, मनोज हेम्ब्रम, राजीव कुमार शर्मा, संतोष मंडल शहीद हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें हवलदार बबलू मुर्मू व सिपाही लुबेनियस मरांडी को सरकारी गवाह बनाया गया था। अनुसंधान के क्रम में अपनों द्वारा दगा देने की बात सामने आई थी। हमले में मामूली चोट के शिकार हुए लुबेनियस ने नक्सलियों पर एक भी गोली नहीं चलायी थी।
गवाह ने बोला था झूठ
पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष गवाह लुबेनियस ने यह बयान दिया था कि नक्सलियों ने अमरजीत बलिहार सहित सभी सुरक्षाकर्मियों के हथियार नक्सली लूट ले गए थे। वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने जब कड़ी पूछताछ की, तो पता चला कि एसपी बलिहार का एके-47 व अंगरक्षक चंदन थाना की नाइन एमएम की पिस्तौल लुबेनियस ने अपने घर में एक बक्सा में बंद कर रखा है। लुबेनियस की पत्नी की उपस्थिति में पुलिस ने बक्से से असलहा जब्त कर न्यायालय को सुपुर्द किया था। पिछले साल शहीद अमरजीत बलिहार की पुण्यतिथि पर पाकुड़ के निवर्तमान एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने शहीद एसपी के हत्यारों से बदला लेने की बात दुहराई थी। रविवार को पुलिस का यह बदला पूरा हो गया।