सड़क पर गड्ढे या गड्ढों में सड़क

लोहरदगा : सड़क की हालत काफी बदतर है, परंतु विभाग के पास कोई योजना नहीं है। लोहरदगा जिला मुख्यालय को प

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Sep 2018 06:50 PM (IST) Updated:Thu, 13 Sep 2018 06:50 PM (IST)
सड़क पर गड्ढे या गड्ढों में सड़क
सड़क पर गड्ढे या गड्ढों में सड़क

लोहरदगा : सड़क की हालत काफी बदतर है, परंतु विभाग के पास कोई योजना नहीं है। लोहरदगा जिला मुख्यालय को पेशरार प्रखंड और किस्को प्रखंड के 50 गांव से जोड़ने वाली सड़क में सफर आसान नहीं है। कुल 27 किलोमीटर के इस सफर में सड़क कम और गड्ढे ज्यादा नजर आते हैं। हर रोज इस सड़क पर चलने वाले लोग सरकार और विभाग की उदासीनता के लिए कोसते हैं।

जिस सड़क पर पहाड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों को पैदल या साइकिल से यात्रा करने में दो घंटे लगने चाहिए, उस सड़क पर चलने में उन्हें साढ़े चार घंटे तक का समय लग जाता है। जलावन की लकड़ी, दातुन-पत्ता आदि लेकर जब ग्रामीण बेचने के लिए जिला मुख्यालय आते हैं तो सुबह में घर से निकलने वाला व्यक्ति देर शाम होने पर ही घर लौट पाता है। यह सारी स्थिति सड़क की बदहाली की वजह से हो रही है। पेशरार एक्शन प्लान के समय जब पहुंच पथ के निर्माण की बात हुई तो ¨नगनी-गांगुपरा के रास्ते सड़क का निर्माण कर दिया गया। मुख्य सड़क को उपेक्षित कि छोड़ दिया गया। लोगों को सड़क पर आने जाने में होने वाली परेशानी को लेकर कभी किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। बेटहठ-हेंसापीढ़ी के ग्रामीण हर रोज लोग सड़क की बदहाली की परेशानी से दो चार होते हैं। इस मामले में विभाग पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है। ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता मनमोहन झा का कहना है कि फिलहाल इस सड़क के लिए कोई योजना नहीं है। लोहरदगा बेटहठ होते हुए पेशरार तक जाने वाली सड़क को लेकर विभाग के पास कोई नई योजना नहीं है। राज्य संपोषित योजना के तहत 8 ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजना बनी है। इसमें इस सड़क को छोड़ दिया गया है।

chat bot
आपका साथी