आनलाईन डाटा इंट्री में भूमि विवाद बढ़ाने का हो रहा काम : प्रवीण

पूर्वा विधान परिषद सदस्य प्रवीण कुमार ¨सह ने मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार के कृयाक्लपों पर अंगुली उठा दी है। श्री ¨सह ने कहा हैषड़यंत्र के तहत जमीन का किया जा रहा है आनलाईन डाटा इंट्री कि जमीन का आनलाईन डाटा इंट्री में लापरवाही बरती गई है जिसका खामियाजा जमीन मालिकों को भोगना पड़ रहा है। अगर सरकार जल्द ही इसपर पहल नहीं करती है तो मामला विष्फोटक हो जाएगा। डाटा इंट्री मे घोर अनियमितता बरती गई है। जिस जमीन को वर्षाें पहले बेचा जा चुका है, आनलाईन में वह जमीन भी पूर्व मा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Nov 2018 09:06 PM (IST) Updated:Fri, 02 Nov 2018 09:06 PM (IST)
आनलाईन डाटा इंट्री में भूमि विवाद बढ़ाने का हो रहा काम : प्रवीण
आनलाईन डाटा इंट्री में भूमि विवाद बढ़ाने का हो रहा काम : प्रवीण

लोहरदगा : पूर्व विधान परिषद सदस्य प्रवीण कुमार ¨सह ने भूमि आनलाइन इंट्री पर सरकार के कृयाकलापों पर सवाल खड़े किए हैं। प्रवीण ¨सह ने कहा है कि षड़यंत्र के तहत जमीन का आनलाईन डाटा इंट्री किया जा रहा है। जमीन के आनलाईन डाटा इंट्री में लापरवाही बरती गई है। जिसका खामियाजा जमीन मालिकों को उठाना पड़ रहा है। अगर सरकार जल्द ही इस पर पहल नहीं करती है तो मामला विवादस्पद हो जाएगा। डाटा इंट्री में घोर अनियमितता बरती गई है। जिस जमीन को वर्षाें पहले बेचा जा चुका है, आनलाईन में वह जमीन भी पूर्व मालिक के नाम बताया जा रहा है। जबकि जमीन की डाटा इंट्री में पंजी टू व खातियान से मिलान के बाद ही डाटा इंट्री की जानी चाहिए थी, ताकि त्रुटी ना हो, परंतु ऐसा नहीं किया गया। जिसका खामियाजा आज जमीन मालिकों को चुकाना पड़ रहा है।। गलती सुधार के लिए भूमि मालिकों को अंचल कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। गड़बड़ी में सुधार के नाम पर पैसे की अवैध वसूली की जा रही है। यह षड़यंत्र के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्व कार्यालय के बाबू व पदाधिकारी झारखंड को गृहयुद्ध में झोंकने की पूरी तैयारी कर ली है। बहुत से ऐसी जमीन है जो कई बार बेचा-खरीदा जा चुका है, परंतु आनलाईन करते वक्त पुराने खतियानधारी का ही नाम चढ़ा दिया गया है। यह विवाद का एक मुख्य कारण बनेगा। अगर सरकार स्तर पर यह ध्यान नहीं दिया गया तो आपसी वैमनस्य में बढ़ोत्तरी ही होगी। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक दल चाहे व सत्तारूढ़ दल हों या विपक्षी दोनों की चुप्पी समझ से परे है। उन्होंने स्थानीय विधायक को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि स्थानीय विधायक अंचलाधिकारी रह चुके हैं, मामला उनके संज्ञान में भी होगा, परंतु उनकी चुप्पी समझ से परे है।

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