पानी के बिना जीवन बेकार, पानी बचाएं : डीटीओ
जिला परिवहन पदाधिकारी अमित कुमार बेसरा ने कहा है कि जल संरक्षण वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता है। पानी की खपत के मुकाबले पानी का बचत नहीं हो पा रही है।
लोहरदगा : पानी के बिना जीवन बेकार है। पानी बचाना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। सिर्फ सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से ही नहीं, बल्कि हर आम व्यक्ति को पानी बचाने को लेकर प्रयास करना चाहिए। जिला परिवहन पदाधिकारी अमित कुमार बेसरा ने कहा है कि जल संरक्षण वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता है। पानी की खपत के मुकाबले पानी का बचत नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। हम सभी को प्रयास कर भूगर्भ जल स्तर को बनाए रखना चाहिए। इसके लिए सार्थक पहल करने की जरूरत है। बरसात के समय में हम पानी को बचाकर भूगर्भ जल स्तर को बढ़ा सकते हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में कोशिश करने की जरूरत है। समय आ गया है कि पानी को संरक्षित कर हम आने वाली पीढ़ी को जल संकट की बड़ी समस्या से बचा सकते हैं। अपने घरों में रिचार्ज पिट का निर्माण जरूर करें। वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम के माध्यम से वर्षा जल को सही तरीके से उपयोग में लाया जा सकता है। हालात ऐसे बन चुके हैं कि आज बरसात का पानी बेकार बह कर नालियों में जा रहा है। सड़कों के पक्कीकरण, नालियों के पक्कीकरण और मकानों के पक्कीकरण की वजह से पानी जमीन के अंदर नहीं जा पा रहा। जिसकी वजह से जलस्तर काफी नीचे जा चुका है। लोगों को इसके लिए सचेत और सक्रिय होने की जरूरत है। हम समय रहते यदि सचेत नहीं हुए तो भारत और विशेषकर झारखंड के सभी जिले जल संकट की भयावहता से दो-चार होंगे। लोगों को उनके दायित्वों का बोध कराना बेहद जरूरी हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल को संरक्षित और संचय कर समस्या को कम किया जा सकता है। सरकार तो कोशिश कर ही रही है, इसके साथ-साथ एक आम नागरिक का भी दायित्व बनता है कि वह पानी की बर्बादी को रोके। हम पानी का बेवजह उपयोग ना करें। बड़े भवनों में ज्यादातर समय पानी बेकार बहता रहता है। पानी की टंकी में पानी भरने के बावजूद लोग मोटर बंद करना भूल जाते हैं। इसकी वजह से पानी बेकार बहता है। तालाब जल संरक्षण का सबसे बेहतर माध्यम है। प्रयास किया जाए तो हम हर साल लाखों लीटर पानी बचा सकते हैं।