कड़ाके की ठंड में अलाव भी बेअसर
जागरण संवाददाता लोहरदगा लोहरदगा जिले में कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन बेहाल कर दिया है।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : लोहरदगा जिले में कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। सर्द हवाएं कांपने पर विवश कर रही है। तापमान में और भी ज्यादा गिरावट आ चुकी है। शाम होते ही बाजार बंद हो जा रहे हैं। सुबह के समय कुहासा से परेशानी बढ़ चुकी है। लोहरदगा जिले में रविवार को अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हाल के दिनों में तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बारिश की वजह से मौसम बेहद सर्द हो चुका है। तापमान में गिरावट आ चुकी है। पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग घर में रहने को विवश हो चुके हैं। अलाव ही लोगों का सहारा बना हुआ है। गर्म कपड़ों के बिना घर से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका है। बाजार व्यवस्था पर ठंड का काफी ज्यादा असर नजर आ रहा है। सब्जी सहित दूसरी फसलों पर पाला मारने का खतरा भी बढ़ चुका है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से किसानों को फसलों को हो रहे नुकसान को लेकर आवेदन देने को कहा गया है। कड़ी मेहनत से फसलों को उत्पादित करने वाले किसान मौसम का हाल देख कर परेशान हो रहे हैं। छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर काफी ज्यादा असर पड़ रहा है। सड़क पर दुकान लगाने वाले लोगों के लिए तो जैसे मरने वाली स्थिति है। कड़ाके की सर्दी ने उनके व्यवसाय को प्रभावित किया है, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी काफी ज्यादा असर डाला है। ठंड की वजह से लोग काफी ज्यादा परेशान दिखाई दे रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में एक सामान्य स्थिति है। सरकारी स्तर पर अलाव की व्यवस्था फिलहाल नहीं आ रही है। जनजीवन पर मौसम का काफी ज्यादा असर हो चुका है। ना सिर्फ लोगों की रोजी-रोटी, खेती-बारी, रोजगार, बाजार व्यवस्था सब कुछ प्रभावित नजर आने लगी है।