लातेहार में मुठभेड़ के बाद जंगल की ओर भागे नक्सली, सर्च ऑपरेशन जारी

Encounter. झारखंड में लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के अति सुदूर कुरुमखेता ग्राम के जंगल में माओवादी व सुरक्षाबलों के बीच जमकर गोलीबारी हुई।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 29 Jan 2019 01:07 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jan 2019 03:50 PM (IST)
लातेहार में मुठभेड़ के बाद जंगल की ओर भागे नक्सली, सर्च ऑपरेशन जारी
लातेहार में मुठभेड़ के बाद जंगल की ओर भागे नक्सली, सर्च ऑपरेशन जारी

जागरण संवाददाता, लातेहार। झारखंड में लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के अति सुदूर कुरुमखेता ग्राम के जंगल में मंगलवार की सुबह प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी व सुरक्षाबलों के बीच जमकर गोलीबारी हुई। रुक-रुककर दो घंटे तक चली गोलीबारी के बाद नक्सली अपना कुछ सामान छोड़कर जंगलों का लाभ उठाकर भाग निकले। गोलीबारी थमने के बाद सुरक्षाबल के जवान इलाके में सर्च अभियान चला रहे हैं।

गुप्त सूचना पर अभियान पर निकली थी पुलिस 

पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी सदस्य बलराम एवं छोटू के इलाके में अपने 25 सदस्यों के साथ जमे हैं। इसी सूचना पर सीआरपीएफ कोबरा व पुलिस बल के जवान कुरुम खेता के जंगलों में पहुंचे। सुरक्षाबल के जवान जंगलों की तरफ बढ़े ही थे, तभी माओवादियों के दस्ते ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार सुरक्षाबल के जवानों ने पोजिशन लेकर जवाबी गोलीबारी शुरू की। दो घंटे तक रुक-रुककर गोलीबारी होती रही गोलीबारी थमने के बाद इलाके में सर्च अभियान जारी है।

छह साल बाद फिर से सक्रिय हो रहे माओवादी 

इस इलाके में छह साल पहले तक माओवादियों की समानांतर सरकार चलती थी। वर्ष 2014 में कुमंडीह पुलिस पिकेट खुलने के बाद से क्षेत्र में भाकपा माओवादियो का वर्चस्व खत्म हो गया था। लेकिन छह साल बाद दिसंबर 2018 से माओवादियों ने एक बार फिर इलाके में अपना प्रभुत्व जमाने के लिए स्वच्छंद विचरण शुरू कर दिया। दो माह में कई बार जंगलों में सुरक्षाबलों के साथ माओवादियों की मुठभेड़ इस बात का स्पष्ट प्रमाण है। 

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