पुलिस के हत्थे चढ़े टीपीसी के दो सहयोगी
कोडरमा: हाल के दिनों में चंदवारा के बेंदी इलाके में टीपीसी उग्रवादियों द्वारा ग्रामीणों के साथ से
कोडरमा: हाल के दिनों में चंदवारा के बेंदी इलाके में टीपीसी उग्रवादियों द्वारा ग्रामीणों के साथ से मारपीट व फाय¨रग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। घटना के बाद गठित पुलिस दल ने चौपारण पुलिस की मदद से उग्रवादियों के दो सहयोगियों को धर दबोचा है। इन लोगों के पास से दो मोबाइल भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में चौपारण निवासी मुकेश शर्मा, पिता धनंजय शर्मा व बेंदी निवासी राजकुमार भुईयां, पिता बुधन भुईयां शामिल हैं। एसपी वाईएस रमेश ने बताया मुकेश शर्मा उग्रवादियों का मुख्य सहयोगी है। जो वर्दी, खाना व अन्य सामानों की सप्लाई करता था। साथ ही बेंदी में गत दिनो ग्रामीणों के साथ मारपीट की घटना में भी अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि राजकुमार भुईयां उग्रवादियों को बेंदी बुलाया था। इसके अलावा दिलवा के विजय भुईयां, सरयू भुईयां बेंदी के अलावा अन्य कुछ लोग उग्रवादियों के पनाह दे रहे हैं। इसमें विजय भुईयां हत्या समेत अन्य अपराधिक घटनाओं का अभियुक्त है। पुलिस इन आरोपियों को सरगर्मी से तलाश रही है। इन लोगों के सहयोग से उग्रवादी चंदवारा व बेंदी, दिलवा आदि इलाके में क्रशर व्यवसायियों, फैक्ट्री मालिकों, खादान मालिकों, रेलवे ठेकेदार, ढिबरा व्यवसायियों से लेवी वसूली का काम कर रहे हैं। उग्रवादी इलाके में वर्चस्व जमाना चाह रहा है। कुछ दिन पूर्व रेलवे ठेकेदार के साथ मारपीट की घटना भी इन लोगों के द्वारा बुलाए गए उग्रवादियों ने किया था। एसपी ने कहा की किसी भी हाल में उग्रवादियों को क्षेत्र में पनपने नही दिया जाएगा। पुलिस उग्रवादियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जाएगी। जनता को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कई उग्रवादियों का नाम आया सामने
कोडरमा: एसपी ने बताया कि दोनो सहयोगियों ने कई उग्रवादियों के नाम का खुलासा किया है, जो बेंदी के घटना में शामिल थे। घटना का नेतृत्व टीपीसी का एरिया कमांडर गोपाल यादव, नीरज, प्रदीप ¨सह व रघुवंश कर रहे थे। जबकि टीम में 15 से 20 उग्रवादी शामिल थे, जो घटना का अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि इसमें अधिकतर उग्रवादी चतरा जिले के हैं।
सूचना तकनीक से मिली पुलिस टीम को सफलता
कोडरमा: सूचना तकनीक के सहयोग से उग्रवादियों के सहयोगियों तक पहुंचने में पुलिस को काफी मदद मिली। एसपी ने बताया कि घटना के बाद एएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। टीम में माइका अंचल निरीक्षक केपी यादव, तिलैया डैम ओपी प्रभारी विनोद कुमार, क्यूआरटी के जवान विनोद ¨सह, सुनिल कुमार के अलावा दो टेक्निकल सेल के तकनीशियन थे। इस टीम के कुशल प्रयास के बाद आरोपियों तक पहुंचा जा सका। एसपी ने दावा किया कि इस घटना में काफी कुछ अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही बड़ी सफलता हाथ लगेगी।