सजग हुए ग्रामीण, नहीं चलने देंगे नक्‍सलियों की हुकूमत

रांची स्थित खूंटी गांव के ग्रामीणाें ने नक्‍सलियों के वर्चस्व को समाप्त करने का प्रण लिया है।

By Monika minalEdited By: Publish:Fri, 08 Apr 2016 01:53 PM (IST) Updated:Sat, 09 Apr 2016 12:19 PM (IST)
सजग हुए ग्रामीण, नहीं चलने देंगे नक्‍सलियों की हुकूमत

खूंटी (जागरण संवाददाता)। खूंटी में एक बार फिर नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीण मुखर हुए हैं। लोगों ने ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सलियों की हुकूमत नहीं चलने देने का निर्णय लिया है।

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इसे लेकर शांति सभा की चौथी बैठक गुरुवार को मुरहू के सैको हाट परिसर में हुई। बैठक में खूंटी, मुरहू, अड़की तथा रांची के नामकुम प्रखंड के 97 गांवों से हजारों ग्रामीण जुटे। सभा में दो युवकों को बुलाकर माओवादियों का सहयोग नहीं करने की चेतावनी दी गई। चेहरा ढके दोनों युवकों ने भरी सभा में अपना गुनाह स्वीकार करते हुए कहा कि आज के बाद जब कभी भी उन्हें उग्रवादी गतिविधियों में शामिल पाया जाए,तो सभा कोई भी दंड दे सकती है। उसे वे सहर्ष स्वीकार करेंगे। चाहे वह मौत की ही सजा क्यों न हो।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गांव के वैसे युवक, जो उग्रवाद के दलदल में फंसकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं, उन्हें सुधार कर मुख्यधारा में लाया जाएगा। अगर सभी गांवों के ग्रामीण अपने गांव के भटके हुए बच्चों को सुधार लेते हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सलियों का प्रभाव स्वत: ही समाप्त हो जाएगा। अगर अभी ग्रामीण सजग नहीं हुए, तो आनेवाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी।

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शांति सभा की बैठक जहां हो रही थी उसके चारों ओर ग्रामीणों का सख्त पहरा था। ग्रामीण पारंपरिक हथियार फरसा, टांगी, दौली, तोनो, लाठी,डंडा, आदि पकड़कर सभा में आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी कर रहे थे। दूसरी ओर सभा से कुछ दूर मुरहू पुलिस बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवानों के साथ डटी थी। शांति सभा में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए सुरक्षा बल के जवान लगातार सभास्थल के आसपास डटे रहे।

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