सूखा तजना बीयर, जलापूर्ति ठप, खूंटी में गहराया जलसंकट

अभी अप्रैल का महीना खत्म भी नहीं हुआ है और तजना बीयर में पानी खत्म हो गया है। गर्मी के प्रारंभ में ही तजना बीयर सूख जाने से तजना जलापूर्ति केंद्र से शहर में होने वाली जलापूर्ति ठप हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 07:05 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 07:05 PM (IST)
सूखा तजना बीयर, जलापूर्ति ठप, खूंटी में गहराया जलसंकट
सूखा तजना बीयर, जलापूर्ति ठप, खूंटी में गहराया जलसंकट

खूंटी : अभी अप्रैल का महीना खत्म भी नहीं हुआ है और तजना बीयर में पानी खत्म हो गया है। गर्मी के प्रारंभ में ही तजना बीयर सूख जाने से तजना जलापूर्ति केंद्र से शहर में होने वाली जलापूर्ति ठप हो गई है। जलापूर्ति ठप हो जाने से शहर की हजारों आबादी के समक्ष गंभीर जल संकट की समस्या उत्पन्न हो गई है। एक ओर शहर में तेजी से फैल रहे कोरोना के कारण शहरवासियों में भय का वातावरण व्याप्त है। झारखंड सरकार द्वारा किए गए आंशिक लॉकडाउन में जिन जरूरी दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, सुरक्षा के ²ष्टिकोण से वैसे दुकानों को भी बंद कर दुकानदार घरों में रहना श्रेयस्कर समझ रहे हैं। ऐसे में जल संकट की समस्या से लोगों की चिताएं बढ़ गई हैं। भीषण संक्रमण के इस दौर में लोगों से बेवजह घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी जा रही है। लेकिन, जल संकट से परेशान लोगों को पानी के जुगाड़ के लिए घर से बाहर निकलना ही होगा। लोग इस बात से भी परेशान हैं कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जब पानी का यह हाल है, तो मई और जून में क्या होगा जब सूरज की तपिश झुलसाने लगेगी। उल्लेखनीय है कि गर्मी के प्रारंभ में ही शहर के अधिकांश कुएं-तालाब सूखने लगे हैं। शहर के ऊपरी हिस्से में बसे मोहल्लों का जलस्तर नीचे होने के कारण इन मोहल्लों के अधिकांश बोरवेल जवाब देने लगे हैं। ऐसे में शहर की बड़ी आबादी पानी के लिए तजना जलापूर्ति केंद्र पर ही आश्रित रहती है। अब जब जलापूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है, दो लोगों को एक एक बाल्टी पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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कीचड़ की मोटी परत जमने के कारण इंटकवेल का जलस्त्रोत हुआ बंद

तजना नदी में इंटकवेल के समीप जल भंडार के लिए वर्षों पूर्व बनाए गए बीयर में कीचड़ की मोटी परत जम गई है। कीचड़ की मोटी परत जम जाने के कारण इंटकवेल के पानी का स्त्रोत बंद हो गया है। बताया गया कि पहले वहां बहुतायत में बालू जमा होने के कारण पानी का स्त्रोत बना रहता था। जो अब कीचड़ की मोटी परत के कारण बंद हो गया है। यही कारण है कि बीयर में थोड़ी बहुत उथला पानी जमा होने के बावजूद इंटकवेल में पानी समुचित मात्रा में पहुंच नहीं पा रहा। जानकारों का कहना है कि बीयर में जमे कीचड़ की अच्छे से सफाई होने पर ही पानी का स्त्रोत खुल सकता है।

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तीन साल से नहीं हुई है बीयर की सफाई

तजना बीयर की सफाई तीन वर्षों से नहीं की गई है। वर्षो से बीयर की सफाई ना होने के कारण बीयर में कीचड़ की मोटी परत जम चुकी है। यही कारण है कि इंटकवेल का जलस्त्रोत बंद हो गया और शहर में जलापूर्ति ठप पड़ गई। बीयर में पानी सूख जाने के कारण करीब 1200 घरों में शनिवार शाम से जलापूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे में पेयजल के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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डीप बोरिग हो रही फेल, टैंकर से की जा रही जलापूर्ति

तजना बीयर में पानी सूखने के बाद डीप बोरिग कराई गई है। एक हजार फीट बोरिग किए जाने के बाद भी वहां एक बूंद भी पानी नहीं निकला। इसके बाद फिल्टर प्लांट के पास डीप बोरिग कराई गई। वहां भी पानी नहीं निकला। इसकी जानकारी देते हुए नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि सोमवार को दहुगुटू में डीप बोरिग कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि रविवार को क्षेत्र में टैंकर से जलापूर्ति की गई है, जो अब लगातार जारी रहेगी। रविवार को आजाद रोड, मेलाटांड़, कुम्हार टोली समेत आसपास के क्षेत्र में टैंकर से जलापूर्ति की गई। सोमवार से रूट चार्ट बनाकर टैंकर से जलापूर्ति की जाएगी।

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