ऑनलाइन पठन-पाठन को गति दें, नहीं तो होगी कार्रवाई

स्कूलों में कक्षा संचालन बाधित है। ऐसी विषम परिस्थिति में ऑनलाइन पठन-पाठन कार्य को गति दें। यह जिम्मेवारी प्रखंड स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी तथा शिक्षा परियोजना पदाधिकारियों की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 08:35 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 08:35 PM (IST)
ऑनलाइन पठन-पाठन को गति दें, नहीं तो होगी कार्रवाई
ऑनलाइन पठन-पाठन को गति दें, नहीं तो होगी कार्रवाई

संवाद सहयोगी, जामताड़ा: स्कूलों में कक्षा संचालन बाधित है। ऐसी विषम परिस्थिति में ऑनलाइन पठन-पाठन कार्य को गति दें। यह जिम्मेवारी प्रखंड स्तरीय शिक्षा पदाधिकारी तथा शिक्षा परियोजना पदाधिकारियों की है। जिम्मेवारी के प्रति उदासीन पदाधिकारी तथा परियोजना कर्मी विभागीय कार्रवाई की भागीदारी बनेंगे। यह चेतावनी गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय शंकर ने सर्व शिक्षा अभियान सभागार में संपन्न समीक्षा बैठक के क्रम में दी।

इस दौरान डीईओ ने डीजी साथ कार्यक्रम की प्रखंडवार समीक्षा की। नाला व नारायणपुर प्रखंड की प्रगति काफी खराब मिली। दोनों शिक्षा पदाधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर संतोषजनक प्रदर्शन करने का निर्देश दिया गया। कहा कि उसके बाद फिर समीक्षा होगी। प्रदर्शन में प्रगति नहीं मिलने पर कार्रवाई तय है।

क्विज प्रतियोगिता में शत-प्रतिशत बच्चों की नहीं होती भागीदारी: जिला शिक्षा अधीक्षक बृजमोहन कुमार ने कहा कि जिले में प्रत्येक शनिवार को छात्र-छात्राओं के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन क्विज प्रतियोगिता में शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं की भागीदारी नहीं होती। यह चिता का विषय है। उन्होंने प्रत्येक शनिवार को प्रस्तावित साप्ताहिक क्विज में अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। क्विज के दिन सभी शिक्षकों को स्कूल आने को कहा गया। कहा कि जिन बच्चों के अभिभावक के पास स्मार्टफोन नहीं है, वैसे बच्चों को स्कूल में दूरी का पालन कराते हुए अलग-अलग बिठाकर क्विज कराएं।

वर्कबुक नहीं बांटने पर नाला बीईईओ से पूछा कारण: वहीं ज्ञानसेतु वर्कबुक वितरण की समीक्षा में नाला प्रखंड में वर्कबुक वितरण नहीं होने पर नाला बीईईओ से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। डीएसई ने कहा कि बाल पंजी का प्रत्येक वर्ष मूल्यांकन किया जाना है। इसी क्रम में सभी शिक्षकों को बाल पंजी में घर-घर जाकर शिशुओं का सर्वे करने का निर्देश दिया। साथ ही विद्यालय से बाहर रह रहे बच्चों की सूची तैयार कर जिला को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

मौके पर एडीपीओ संजय कुमार कापरी, एपीओ उज्ज्वल कुमार मिश्र, सीआरपी विधानचंद्र साधु, संतोष यादव सहित अन्य मौजूद थे।

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