भगवान श्रीकृष्ण ने की निर्गुण प्रेम की स्थापना

नारायणपुर (जामताड़ा) : प्रखंड के युगल विहार कुंज भैयाडीह में कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 06:33 AM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 06:33 AM (IST)
भगवान श्रीकृष्ण ने की निर्गुण प्रेम की स्थापना
भगवान श्रीकृष्ण ने की निर्गुण प्रेम की स्थापना

नारायणपुर (जामताड़ा) : प्रखंड के युगल विहार कुंज भैयाडीह में कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित झूलनोत्सव का समापन सोमवार को हुआ। युगल विहार कुंज भैयाडीह के महंत नवल किशोर शरण जी महाराज एवं युगल किशोर शरण जी महाराज ने भगवान को झूला झुलाया एवं भोग लगाया। नवल किशोर शरण जी महाराज ने कहा कि गोपाल ने पृथ्वी पर निर्गुण निराकार प्रेम की स्थापना की। बगैर प्रेम जीवन अधूरा है। भविष्यवाणी होने के बाद कंश ने देवकी वासुदेव को कारागार में डाल दिया तथा काफी कष्ट दिया। प्रभु द्वारा दुराचारी कंश का अंत हुआ और धर्म की स्थापना हुई। उन्होंने कहा कि प्रभु और सुदामा की मित्रता को सभी जानते है। गरीबी झेलना सुदामा को पसंद थी परंतु अपने मित्र द्वारिकाधीश से मदद मांगना मंजूर नहीं था। पत्नी के बहुत कहने के बाद सुदामा जब कृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे तो मित्र से मिलने वे नंगे पांव दौड़े चले आए। प्रभु की कृपा से सुदामा के साथ-साथ पूरे गांव वालों की कष्ट का अंत हुआ। आयोजन को सफल बनाने में दिनेश मिश्रा, उमेश मिश्रा, राजेश मिश्रा, मिथिलेश मिश्रा आदि की भूमिका रही।

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