भगवान भरोसे चल रही सदर अस्पताल की सुरक्षा

जनों बाइक लगी रहती है। परिसर से कई बार बाइक चोरी होने की घटना भी हो चुकी है। ऐसे में एक मात्र होमगार्ड अस्पताल समेत पूरे परिसर की सुरक्षा करना कठिन है। -- वर्जन वर्तमान समय में पांच होमगार्ड सुरक्षा को प्रतिनियुक्त है जो जरुरत से कम है। सिविल सर्जन से इस निमित पत्राचार किया गया है। शीघ्र ही सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ायी जाएगी। जब तक सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम है तब तक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 07:34 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 06:22 AM (IST)
भगवान भरोसे चल रही सदर अस्पताल की सुरक्षा
भगवान भरोसे चल रही सदर अस्पताल की सुरक्षा

-- सदर अस्पताल में रात्रि में एक होमगार्ड के भरोसे सुरक्षा व्यवस्था

-- सदर अस्पताल में सुरक्षा की कमी से ही पूर्व में हो चुकी है नवजात की चोरी

संवाद सहयोगी,जामताड़ा : 100 बेड वाले जिला स्तरीय सदर अस्पताल में चिकित्सा कर्मी व मरीजों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सदर अस्पताल में दिवा रात्रि स्वास्थ्य सेवा संचालित है। ऐसे में तीन शिफ्ट सुरक्षा कर्मियों की तैनाती अनिवार्य है। पूर्व में सदर अस्पताल में 10 सुरक्षा कर्मी को प्रतिनियुक्त किया गया था इसके बाद भी नवजात शिशुओं समेत अन्य चोरी व आगजनी की घटना घटित हो चुकी है। लेकिन वर्तमान समय में महज पांच सुरक्षा कर्मी के भरोसे पूरे अस्पताल की सुरक्षा है। ऐसे में अस्पताल परिसर असुरक्षित है। सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा है। कहने को सदर अस्पताल में होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है। हंगामा करने वाले लोग कभी डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी के साथ हाथापाई करते रहते हैं, तो कभी कैदी वार्ड से इलाजरत विचाराधीन बंदी भागने की चिता अस्पताल प्रबंधक को परेशानी में डाल देता है। सदर अस्पताल से प्रसव के उपरांत प्रसूता वार्ड से नवजात की चोरी की घटना हो चुकी है। कई बार हंगामा के शिकार सिविल सर्जन,चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी भी हुए है। सुरक्षा के अभाव का परिणाम होता है कि इलाज कराने आये रोगी भी कब चले जाते हैं और कब आते हें इसका कोई ठिकाना नहीं रहता है। कभी-कभी तो अज्ञात रोगी इलाज के क्रम में ही बिना सूचना के ही चले जाते हैं। इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। अस्पताल में सुरक्षा के लिए 5 सुरक्षा गार्ड नियुक्त है जबकि महिला सुरक्षा गार्ड के नाम पर कुछ भी नहीं है। प्रतिनियुक्त सभी लाठीधारी होमगार्ड है।

-- पांच होमगार्ड को हटाया गया : पिछले वर्ष सदर अस्पताल की सुरक्षा में दस होमगार्ड प्रतिनियुक्ति किया गया था। लेकिन गत दो माह से महज पांच होमगार्ड को सुरक्षा के लिए तीन पालियों में प्रतिनियुक्त किया गया है। सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक तीन होमगार्ड सुरक्षा में तैनात रहते है। जबकि शाम तीन बजे से रात्रि नौ बजे तक एवं रात्रि नौ बजे से सुबह नौ बजे तक एक-एक होमगार्ड सुरक्षा को प्रतिनियुक्त रहते है। अस्पताल प्रवेश करने एवं बाहर निकले के कई मार्ग है, इतना ही नहीं अस्पताल परिसर में दर्जनों बाइक लगी रहती है। परिसर से कई बार बाइक चोरी होने की घटना भी हो चुकी है। ऐसे में एक मात्र होमगार्ड अस्पताल समेत पूरे परिसर की सुरक्षा करना कठिन है।

-- वर्जन : वर्तमान समय में पांच होमगार्ड सुरक्षा को प्रतिनियुक्त है जो जरुरत से कम है। सिविल सर्जन से इस निमित पत्राचार किया गया है। शीघ्र ही सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ायी जाएगी। जब तक सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम है तब तक चिकित्सक,स्वास्थ्य कर्मी व अस्पताल प्रबंधन सुरक्षा के प्रति सक्रियता दिखा रहे हैं। -- डॉ. डीसी मुंशी,सदर अस्पताल, उपाधीक्षक

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