चिरेका ने स्क्रैप बिक्री से अर्जित किए 20.65 करोड़ रुपये

चिरेका ने सुनियोजित सघन अभियान के माध्यम से 17 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले वर्ष 20-21 में स्क्रैप बेचकर 20.65 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं। यह धनराशि विगत सभी स्क्रैप सेलिग राशि के आंकड़े को पीछे छोड़ते हुए अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 06:06 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 06:06 PM (IST)
चिरेका ने स्क्रैप बिक्री से अर्जित किए 20.65 करोड़ रुपये
चिरेका ने स्क्रैप बिक्री से अर्जित किए 20.65 करोड़ रुपये

जामताड़ा : चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) ने वित्तीय वर्ष 20-21 में स्क्रैप बिक्री के माध्यम से 20.65 करोड़ रुपये की राशि अर्जित की। चिरेका ने सुनियोजित सघन अभियान के माध्यम से 17 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले वर्ष 20-21 में स्क्रैप बेचकर 20.65 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं। यह धनराशि विगत सभी स्क्रैप सेलिग राशि के आंकड़े को पीछे छोड़ते हुए अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह वित्तीय वर्ष 2014-15 की आय की तुलना में 490 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी चिरेका प्रबंधन की ओर से यहां गुरुवार को दी गई।

बताया गया कि विद्युत रेलइंजन उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ इकाई चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना ने विगत पांच वर्षो में 64.66 करोड़ रुपये राशि का अर्जन स्क्रैप बिक्री के माध्यम से किया है। कोरोना वैश्विक महामारी के प्रतिबंधों के बावजूद चिरेका ने यह उपलब्धि हासिल की। कुछ सालों में चिरेका ने संग्रहित और उत्पन्न स्क्रैप का विभिन्न ई-नीलामी के माध्यम से समयानुसार निपटान भी किया। इस आर्थिक उपलब्धि पर महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए आगे भी इसे जारी रखने का भी आह्वान किया है। उत्पादन लक्ष्य को भी पूरा किया : विश्व में विद्युत रेलइंजनों का सबसे बड़ा निर्माता के रूप में अपनी पहचान को बरकरार रखते हुए चिरेका ने फिर एक नया इतिहास रचा है। चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में कोरोना के तमाम प्रतिबंधों के बावजूद 31 मार्च 2021 तक सिर्फ 264 दिनों में 390 रेलइंजनों का उत्पादन कर ऐतिहासिक सफलता हासिल की। महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने बुधवार को को 390वें रेलइंजन (डब्लूएजी 9 एच सी, 33114) को हरी झंडी दिखा कर लोको साइडिग से रवाना किया। इस अवसर पर सभी विभागों के वरीय अधिकारीगण सहित अन्य कर्मचारीगण भी उपस्थित थे। मौके पर कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पालन किया गया। हालांकि वर्ष के प्रारंभ में वैश्विक महामारी कोरोना के कारण वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहले छमाही में उत्पादन की रफ्तार धीमी थी। इसके बाद सही प्रबंधन और योजना के अनुसार चिरेका ने द्वितीय और अंतिम वार्षिक छमाही में उत्पादन क्षमता को लगातार गति प्रदान करते हुए प्रतिमाह औसतन 40 से अधिक रेलइंजन का उत्पादन करते हुए करीब दोगुनी संख्या के साथ इंजन का उत्पादन किया। जीएम कुमार ने इंजनों के सफल उत्पादन के लिए चिरेका परिवार के योगदान की सराहना की और पूरी टीम को बधाई दी है।

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