होम क्वारंटाइन में 3602 व्यक्ति लोग

जामताड़ा 21 दिवसीय लॉकडाउन के बाद भी जिले में प्रवासियों का प्रवेश जारी है। इतना ही नहीं प्रवासियों के आगमन की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग दूसरे राज्यों से पहुंच रहे प्रवासी मजदूरों व जिले के कोरोना वायरस के लाक्षणिक व्यक्तियों की स्क्रीनिग जांच मे लगे हैं। अब तक जिले में 3972 प्रवासी एवं लाक्षणिक व्यक्तियों की स्क्रीनिग हो चुकी है। जांचोपरांत 3602 व्यक्तियों को उसके घर में क्वारंटाइन होम में रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Mar 2020 06:49 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 06:49 PM (IST)
होम क्वारंटाइन में 3602 व्यक्ति लोग
होम क्वारंटाइन में 3602 व्यक्ति लोग

जामताड़ा : 21 दिवसीय लॉकडाउन के बाद भी जिले में प्रवासियों का प्रवेश जारी है। इतना ही नहीं प्रवासियों के आगमन की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग दूसरे राज्यों से पहुंच रहे प्रवासी मजदूरों व जिले के कोरोना वायरस के लाक्षणिक व्यक्तियों की स्क्रीनिग जांच मे लगे हैं। अब तक जिले में 3972 प्रवासी एवं लाक्षणिक व्यक्तियों की स्क्रीनिग हो चुकी है। जांचोपरांत 3602 व्यक्तियों को उसके घर में क्वारंटाइन होम में रखा गया है। जहां स्वास्थ्य विभाग की निगरानी है। स्क्रीनिग के उपरांत 2040 व्यक्तियों को क्वारंटाइन का स्टाम्प हाथ में लगाया जा चुका है। जबकि एक व्यक्ति का आइसोलेशन वार्ड में उपचार जारी है।

-- प्रवासियों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी : विभिन्न राज्यों में कार्यरत प्रवासियों का जिले में प्रवेश हो रहा है। लॉकडाउन के बावजूद भी लोग पैदल पडोसी राज्यों से जिले में प्रवेश कर रहे हैं। मुख्य मार्ग में वाहनों से आवाजाही कर रहे लोगों पर पुलिस व चिकित्सक टीम की पैनी नजर है। जबकि पैदल यत्र-तत्र मार्ग से पहुंच रहे प्रवासी बगैर स्क्रीनिग के अपने घर में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में जागरूक ग्रामीण प्रवासियों को बगैर स्क्रीनिग किए गांव में प्रवेश करने से रोक रहा है। वहीं इसकी सूचना पुलिस, प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को दी जा रही है। वर्तमान समय में औसतन 700 से अधिक प्रवासी विभिन्न राज्यों से जामताड़ा जिले में प्रवेश कर रहे हैं।

--- सूचना मिलते ही घर में दस्तक देती है चिकित्सक टीम : जिले में सूचना आदान-प्रदान करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल में एक ग्रुप तैयार किया है। जिसमें प्रशासनिक, पुलिस, चिकित्सा, मीडिया समेत गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं। इन्हीं ग्रुप में गांव में प्रवेश करनेवाले व्यक्तियों की त्वरित सूचना प्रेषित किया जा रहा है। प्रशासनिक पहल पर त्वरित स्क्रीनिग हो रहा है। प्रवासी के घर पहुंचते ही सूचना ग्रुप में प्रेषित हो रहा है। वहीं जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्क्रीनिग कार्य संबंधित व्यक्ति के घर पर किया जा रहा है। स्क्रीनिग कराने में आनाकानी करने वाले व्यक्तियों पर पुलिस विभाग पैनी नजर रख रही है।

---क्वारंटाइन होम पर सहिया व पंचायत प्रतिनिधियों की निगाह : घर में स्थापित क्वारंटाइन होम में बंद व्यक्तियों पर सहिया, एएनएम, पंचायत प्रतिनिधि एवं घर के मुखिया की पैनी नजर है। संबंधित व्यक्ति के हाथ में क्वारंटाइन होम का स्टाम्प स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाया गया है। ऐसे में संबंधित व्यक्ति के बाहर भ्रमण करने पर कोई भी व्यक्ति सहजता से पहचान कर लेगा। क्वारंटाइन होम में बंद व्यक्ति अगर घर से बाहर भ्रमण करता है तो उपरोक्त सभी व्यक्ति जिम्मेदार होंगे।

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