वाट्सएप पर लड़की को फांसने का मिला चैलेंज, पूरा करने निकला तो हो गया अपहरण
मजाक-मजाक में एक वाट्सएप ग्र्रुप से जुडऩा युवक आदित्य प्रसाद को भारी पड़ गया। लड़की को फांसने का चैलेंज पूरा करने निकला तो उसका अपहरण कर लिया गया।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। मजाक-मजाक में एक वाट्सएप ग्र्रुप से जुडऩा सिदगोड़ा (बाबूडीह बस्ती) के युवक आदित्य प्रसाद को भारी पड़ गया। वह आनंदी नाम की एक लड़की के झांसे में मस्ती डॉट कॉम नाम के एक वाट्सएप ग्र्रुप में शामिल हो गया। उसमें आनंदी से उसकी लगातार बात होने लगी। इसी बीच वह (आदित्य) घर से गायब हो गया।
परिवार वाले समझ नहीं पाए कि वह कहां गया। घर में देखा कि आदित्य ने अपना फोन छोड़ दिया है और अपनी मां के मोबाइल में सिम लगाकर कहीं चला गया है। फोन भी उठा नहीं रहा। उसके मोबाइल को जांचने पर पता चला कि वह आनंदी नाम के लगातार संपर्क में था। आनंदी के नंबर पर फोन करने पर उसने परिजनों की आदित्य से बात कराई। आदित्य ने कहा कि वह वाट्सएप ग्र्रुप के साथियों के साथ पटना में है। जब उसके पिता ने उसे वापस आने को कहा तो आनंदी ने फोन कट कर दिया। इसके बाद उस नंबर पर संपर्क नहीं हो पाया।
मांगी गई दो लाख की रकम
आदित्य के फोन पर दूसरा नंबर मिला जो अभिजीत का था। उसे फोन करने पर उसने कहा कि आदित्य उनके कब्जे में है और जिंदा वापस देखना है तो दो लाख देने होंगे। तब आदित्य के पिता बबलू प्रसाद के होश उड़ गए। आदित्य 27 अप्रैल से गायब हुआ है। पटना में बंधक बनाए जाने की सूचना के बाद आदित्य के परिजन एसएसपी अनूप बिरथरे से मिले। एसएसपी ने मामले को सिदगोड़ा थाने में दर्ज कराने व उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
मां का मोबाइल में सिम लगाकर गायब हुआ आदित्य
जांच पड़ताल में पाया गया कि आदित्य की आनंदी से फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। आनंदी ने आदित्य को एक वाट्सएप ग्र्रुप मस्ती डॉट कॉम से जोड़ा। वाट्सएप में उसके दोस्तों ने आदित्य से आनंदी को अपने प्रेम जाल में फंसाने के लिए शर्त लगाई। उसी शर्त को पूरा करने के लिए उसे पटना बुलाया। आदित्य उनकी बातों में आकर पटना चला गया। खबर लिखने तक आदित्य का कुछ पता नहीं चल पाया है।
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