30 नवंबर तक 26782 पशुओं बनाना है यूआइडी, अबतक बने सिर्फ 1910 Jamshedpur News

National Animal Disease Control Program. 30 नवंबर तक 26782 पशुओं यूआइडी कार्ड बनाने का लक्ष्य है। मगर वेक्सीनेटर की ओर से दिलचस्पी नहीं लेने के कारण 5 नवंबर तक केवल 1810 पशुओं का ही यूआइडी बन पाया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 07 Nov 2020 01:31 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 01:31 PM (IST)
30 नवंबर तक 26782 पशुओं बनाना है यूआइडी, अबतक बने सिर्फ 1910 Jamshedpur News
हितकू गांव में दुधारु पशु को टैग लगाता वेक्सीनेटर। जागरण

जमशेदपुर, जासं। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएडीसीपी) के तहत जमशेदपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में रहने वाले दुधारु पशु (गाय या भैंस) का यूआइडी बनाने का कार्य आरंभ है। 30 नवंबर तक 26782 पशुओं यूआइडी कार्ड बनाने का लक्ष्य है। मगर वेक्सीनेटर की ओर से दिलचस्पी नहीं लेने के कारण 5 नवंबर तक केवल 1810 पशुओं का ही यूआइडी बन पाया है।

दरअसल, पशुपालन विभाग की ओर से 32 वेक्सीनेटर को बहाल किया गया था मगर उचित मानदेह नहीं मिलने के कारण केवल 16 वेक्सीनेटर ही कार्यरत हैं। यूआइडी बनाने के लिए पशु को वेक्सीन लगाने के साथ कान में चिप्स युक्त एक टैग लगाना है। इधर, कुछ भ्रांतियों के चलते पशु के मालिक यूआइडी बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। लोगों को शक है कि यूआइडी की प्रक्रिया में पशु कम दूध देंगे या बीमार पड़ सकते हैं। प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी भ्रांति को बता रहे गलत

हालांकि, इस भ्रांति को प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ नवीन चंद्र सिंह पूरी तरह से गलत बता रहे हैं। डॉ नवीन का कहना है कि यूआइडी बनने से पशु को लाभ होगा। सरकार मुफ्त में पशु संचालकों को यह सेवा दे रही है। हो सकता है आने वाले समय में इसके लिए लोगों को शुल्क देना पड़े। उन्होंने कहां कि गांव के पंचायत प्रतिनिधि से लेकर प्रधान के माध्यम से लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।

ये कहते वैक्‍सीनेटर वेक्सीनेटर

सन्नी मिश्रा ने कहा कि सरकार एक यूआइडी के लिए मात्र 5 रुपये का भुगतान कर रही है जो कि काम के हिसाब से काफी कम है। यही वजह है कि वेक्सीनेटर इस काम के लिए दिलचस्पी नही दिखा रहे हैं। इस कार्य में राजीव सिंह, राम किशोर, जहबीर आलिया, दिकू सोरेन समेत अन्य लगे हुए हैं।

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