खूब भाया मड़वा-चिकेन मोमो, मालाबार चिकेन व बम्बू पकौड़ा, 400 से ज्यादा मिले आर्डर

टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा आयोजित विश्व जनजातीय सम्मेलन ‘संवाद’ के सातवें संस्करण में 25 तरह के आदिवासी व्यंजनों को शहरवासियों के बीच परोसा गया। इस दौरान शहरवासियों को झारखंड की खड़िया जनजाति द्वारा तैयार किया हुआ मड़वा चिकन मोमो कर्नाटक का मालाबार चिकन और ओडिशा का बम्बू पकौड़ा खूब भाया।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 05:35 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 05:35 PM (IST)
खूब भाया मड़वा-चिकेन मोमो, मालाबार चिकेन व बम्बू पकौड़ा, 400 से ज्यादा मिले आर्डर
जनजातीय सम्मेलन संवाद-2020 में परोसा गया आदिवासी व्यंजन

 जासं, जमशेदपुर : टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा आयोजित विश्व जनजातीय सम्मेलन ‘संवाद’ के सातवें संस्करण में 25 तरह के आदिवासी व्यंजनों को शहरवासियों के बीच परोसा गया। इस दौरान शहरवासियों को झारखंड की खड़िया जनजाति द्वारा तैयार किया हुआ मड़वा चिकन मोमो, कर्नाटक का मालाबार चिकन और ओडिशा का बम्बू पकौड़ा खूब भाया।

टाटा स्टील फाउंडेशन पिछले छह वर्षो से लौहनगरी में जनजातीय सम्मेलन संवाद का आयोजन करा रही है। इसमें देश-विदेश के आदिम जनजाति (आदिवासी) कलाकार जमशेदपुर आकर अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। इसके लिए बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में भव्य मंच तैयार किया जाता है। हर साल 15 से 19 नवंबर के बीच चलने वाले पांच दिवसीय आयोजन में देश भर के आदिवासी जुटते हैं। इसमें सभी देश भर के आदिवासी लोक नृत्य व कला-संस्कृति से परिचित तो होते ही हैं, उनके व्यंजनों को भी चखने का मौका मिलता है। इसमें ताज ग्रुप होटल के शेफ भी आदिवासी व्यंजन तैयार करने में मदद करते हैं। हालांकि संवाद-2020 कोविड 19 के कारण ऑनलाइन हुआ। इस दौरान अलग-अलग राज्यों के कलाकारों ने ऑनलाइन नृत्य प्रस्तुत किया, लेकिन आदिवासी व्यंजनों के लिए जमशेदपुर में व्यवस्था की गई थी। संवाद के दौरान पूरे पांच दिन तक 14 राज्यों के लजीज व्यंजनों को जोमैटो के माध्यम से ऑनलाइन और ऑफलाइन परोसा गया।

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ये थे आदिवासी व्यंजन

सूप : चिकन थूकपा व थेनथूक (हिमाचल प्रदेश)।

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स्नैक्स : धुस्का चटनी के साथ (उरांव जनजाति, झारखंड), मड़वा मोमो व चिकन मड़वा मोमो (खड़िया जनजाति, झारखंड), खू रे खू (लेपचा, सिक्किम), बम्बू पकौड़ा (बोंडा, ओडिशा)।

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मुख्य व्यंजन : ओनला डाव (राभा जनजाति, असम), मालाबार चिकन (कर्नाटक), चिकन मोसोडेंग (हिमाचल प्रदेश), ट्राइबल पोर्क करी (संथाल, झारखंड), लेटो (संथाल, झारखंड), अतोला (वर्ली, महाराष्ट्र), खूडपी दाल (उरांव, झारखंड)।

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रोटी : मारवाह रोटी (खड़िया, झारखंड), जिल पीठा व सक्कम पीठा (संथाल, झारखंड), छिलका रोटी (केरल)।

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हॉट बेवरेज : भुना चाय (मुंडा, झारखंड), साल्टेड बटर टी (हिमाचल प्रदेश), लेमन ग्रास टी (वर्ली, महाराष्ट्र)

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मिठाई : रागी मफीन व गोदिंल खीर (खड़िया, झारखंड), इंदौरी पइथा (ओडिशा)

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कोट ::

इस वर्ष संवाद के दौरान हमने 14 राज्यों के व्यंजनों को स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया। मात्र पांच दिन में हमें 400 से ज्यादा आर्डर मिले।

- सौरभ रॉय, चीफ (सीएसआर), टाटा स्टील

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